*2- सिर्फ अपने लोगों की ग़लतियों को उजागर करना है..*
3- जज्बात में आकर कोई भी मुसलमान गाली गलौच ना करे..
*4- अगर किसी को कोई बात बुरी लगती है तो मर्यादा में रहकर सवाल करें..*
सम्पादित
एस एम फ़रीद भारतीय
आज ज़्यादातर पढे-लिखे नौजवान मुसलमान अपनी नाकामयाबी और पिछड़े रहने का कारण या तो भारत की लगभग हर समय की सरकार पर लगाते है, या RSS पर लगाते है, या बड़े बड़े हिन्दु संगठनो पर लगाते है, लेकिन अपनी तालीम और हुनर पर कभी