Monday 31 July 2017

रफ़ी की याद मैं...?

स एम फ़रीद भारतीय
मोहम्मद रफ़ी (24दिसंबर 1924-31 जुलाई 1980) जिन्हें दुनिया रफ़ी या रफ़ी साहब के नाम से बुलाती है, हिन्दी सिनेमा के श्रेष्ठतम पार्श्व गायकों में से एक थे। अपनी आवाज की मधुरता और परास की अधिकता के लिए इन्होंने अपने समकालीन गायकों के बीच अलग पहचान बनाई। इन्हें शहंशाह-ए-तरन्नुम भी कहा

Friday 28 July 2017

पनामा 10 लाख दस्तावेज, 300 पत्रकार ?

एस एम फ़रीद भारतीय
क्या है पनामा पेपर्स जाने...?
नोट- ये जानकारी विभिन्न नेटवर्क से जुटाई गई हैं.
पनामा पेपर्स (हिन्दी: पनामा दस्तावेज़) पानामनियन कंपनी मोसेक फोनसेका द्वारा इकट्ठा किया हुआ 1 करोड़ 15 लाख गुप्त फाइलों का भंडार है, इनमें कुल 2,14,000 कंपनियों से सम्बन्धित जानकारिया है, इसमें उस कंपनी के निर्देशक आदि की जानकारी भी है, यह अब तक पाँच देशों के

Wednesday 26 July 2017

कांग्रेस को हमने अपने ख़ून पसीने से सींचा है

एस एम फ़रीद भारतीय


जानते हैं संघ को नफ़रत क्यूं है कांग्रेस से...?
ये हैं वो आठ मुसलमान जो बने आज़ादी से पहले कांग्रेस के अध्यक्ष बने..!!

आज़ादी की लड़ाई की बागडोर अगर 1857 के बाद किसी पार्टी ने संभाली है तो हम कांग्रेस का नाम सबसे ऊपर रख सकते हैं. 1885 में बनी इस संस्था ने जो काम आज़ादी के लिए किया वो क़ाबिल-ए-तारीफ़ रहा है. आज हम इसी

Tuesday 25 July 2017

मुल्क तुझे हम शर्मिन्दा ना होने देंगे...?

एस एम फ़रीद भारतीय
मुल्क की मुहब्बत अंग्रेज़ों से नफ़रत की ही वजह है जो आज दुनियां मैं हम अंग्रेज़ों की चाल ओर ज़ुल्म का शिकार हो रहे हैं
*भारत माता की जय* का नारा जब १८५७ में *अजीम उल्लाह खान साहब* ने दिया तब अंग्रेज़ों के कदम लड़खड़ाऐ, *जय हिंद* का नारा जब *आबिद हसन सफरानी साहब* ने दिया था तब अंग्रेज़ों को सोचना पड़ा था, *इंकलाब जिंदाबाद* का नारा

Monday 24 July 2017

मौजूदा एनडीए सरकार से कुछ सवाल ?

एस एम फ़रीद भारतीय
जब अमर शहीद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि मौजूदा सरकार की आर्थिक नीतियां ठीक नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी अपनी

Saturday 15 July 2017

मुल्क को कंपा देने वाले दंगे...?

एस एम फ़रीद भारतीय

दोस्तों ओर साथियों,
देश में कई बार ऐसे मौके आए हैं जब हमारी एकता पर किसी ने बुरी नज़र लगाने की कोशिश की है और वे अपने मक़सद में सफ़ल भी हो गए हैं. किसी ने सत्ता की कुर्सी पाने के लिए, तो किसी ने धर्म की आड़ में ये सब किया, आज़ादी से पहले और आज़ादी के बाद देश में कई दर्दनाक दंगे हुए, जिसमें मानवता की ही मौत हुई है, आइये आपको बताते

क़त्लेआम मुरादाबाद ईदगाह १९८०

1980 मुरादाबाद दंगे अगस्त से नवंबर 1980 के दौरान मुरादाबाद (यूपी) शहर में हुए थे. हिंसा आंशिक रूप से हिन्दू-मुस्लिम संघर्ष था, और आंशिक रूप से मुस्लिम-पुलिस संघर्ष. मुसलमानों के एक समूह द्वारा स्थानीय पुलिस पर पथराव से इन दंगों की शुरुआत हुई थी. पुलिस ने भी फायरिंग करते हुए जवाबी कार्यवाही की. और इसके साथ ही आगजनी, लूटपाट और हत्या की हिंसक घटनायें

Tuesday 11 July 2017

प्याज के बारे में अहम जानकारी ज़रूर पढ़े...!

एस एम फ़रीद भारतीय
मानो या ना मानो यह सच है, देर से कटी प्याज का कभी इस्तेमाल ना करें, प्याज हमेशा फ़ौरन काट कर खाएं, काटकर रखी प्याज दस मिनिट में अपने आस पास के सारे कीटाणु को अपने पास खींच लेती है.
यह वैज्ञानिक तौर पर भी साबित हो चुका है, जब भी किसी मौसमी बीमारी का प्रकोप फैले घर में सुबह शाम हर कमरें में प्याज काट कर रख दें, बाद में उसे फैंक दें, महफ़ूज़

Sunday 9 July 2017

क्या दिया कांग्रेस ने हमको आज़ादी मैं कुरबानी के बाद भी...?

*हक़ की बुलंद आवाज़*
एस एम फ़रीद भारतीय
हर साल कांग्रेस अपना स्थापना दिवस मनाती है, भारत के सभी धर्मों के नागरिकों ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ज़रिए स्वतंत्रता आंदोलन में अपना योगदान दिया, परंतु हमारे नेताओं की बहुसंख्यकवादी मानसिकता और स्कूली पाठ्‌यक्रम तैयार करने वालों के संकीर्ण दृष्टिकोण के चलते भारतीय स्वाधीनता आंदोलन में अल्पसंख्यकों की भूमिका को पूरी

Saturday 8 July 2017

जाने हिटलर एक तानाशाह, एक था हिटलर...?

हक़ की बुलंद आवाज़
एस एम फ़रीद भारतीय

एडोल्फ हिटलर २० अप्रैल १८८९ - ३० अप्रैल १९४५ एक प्रसिद्ध जर्मन राजनेता एवं तानाशाह था, वे "राष्ट्रीय समाजवादी जर्मन कामगार पार्टी" (NSDAP) के नेता था, इस पार्टी को प्राय: "नाजी पार्टी" के नाम से जाना जाता है, सन् १९३३ से सन् १९४५ तक वह जर्मनी का शासक रहा, हिटलर को दूसरे विश्वयुद्ध के लिये सर्वाधिक

Friday 7 July 2017

इज़राईल का पूरा सच, क्या क्यूं ओर कैसे...?

एस एम फ़रीद भारतीय
यहूदियों के धर्मग्रंथ "पुराना अहदनामा" के मुताबिक यहुदी मज़हब का निकास पैगंबर हज़रत अबराहम (इस्लाम में इब्राहिम अलेयहिसलाम ईसाइयत में Abraham) से शुरू होता है, अबराहम का वक़्त ईसा से लगभग दो हजार वर्ष पहले का है, अबराहम के एक बेटे का नाम इसहाक और पोते का याकूब (ईसाईयत में Jacob) था, याकूब अलेयहिसलाम का ही दूसरा नाम इज़रायल था, याकूब अस ने यहूदियों की 12 बिरादरियों को

Monday 3 July 2017

मां बाप ओर मेरा बचपन मेरी सच्ची कहानी मेरी अपनी ज़ुबानी।

एस एम फ़रीद भारतीय 
हक़ की बुलंद आवाज़

मेरी मां ओर मेरा बचपन, मेरी ज़िंदगी की सच्ची कहानी मेरी ज़ुबानी...?
(ये कहानी नहीं, मेरी आपबीती है मुझे फ़क्र है मुझपर ये बीती)

बात उन दिनों की है, जब हम बहुत छोटे थे. जब वालिद साहब की तनख़्वाह के आठ सौ सत्तर रुपये पूरी तरहां खत्म हो जाते तब अम्मी हमारा पसंदीदा पकवान तैयार करतीं.

तरकीब ये थी कि सूखी रोटियों के

पांच किलो राशन की सच्चाई और चंदे का धंधा...

आवाज़ दो न्यूज़ नेटवर्क इंडिया ख़बर (1,65,18,10,99000.00) ये नम्बर किसी मोबाइल का  नम्बर नहीं है, बल्कि ये नम्बर है उस बांड की र...