Wednesday 8 February 2012


चोरों से बचना है तो कार में मोबाइल छिपाओ, जानिए क्या है फंड़ा

कोटा. कार चोरी होने से बचाने के लिए कोटा पुलिस ने एक नायाब तरीका सुझाया है। कार मालिक अपने वाहन में एक मल्टीमीडिया मोबाइल साइलेंट मोड पर छिपाकर रख दें, जिससे कार चोरी होने पर जीपीआरएस (जनरल पॉकेट रेडियो सर्विस) की मदद से एक एसएमएस के जरिए उसकी लोकेशन का पता लगाकर तुरंत कार बरामद की जा सकती है। 
पुलिस अधिकारियों ने शहर में चोरी गए वाहनों को तलाशने व चोरियां रोकने के लिए मंगलवार को ऑटोमोबाइल डीलर्स के साथ चर्चा की। बैठक में एएसपी लक्ष्मण गौड़ ने डीलर्स से कहा कि वे वाहनों में एक मोबाइल छिपाकर रखें, जिससे वाहन चोरी होने पर उसका पता लगाया जा सके। 
यह मोबाइल कार की बैटरी से ही चार्ज भी होता रहे, ऐसा तरीका ढूंढा जाए। उन्होंने कहा कि डीलर्स और कार मालिक सतर्क रहते हुए पुलिस की मदद करेंगे तो वाहन चोरी की वारदातें कम हो सकती हैं और वाहन चोर भी पुलिस की गिरफ्त में आ सकते हैं। 
डीलर्स वाहन खरीदने वालों को समझाइश करे कि वाहन में एक मोबाइल छिपाकर रखें। वाहन मालिक कोई भी सस्ता मोबाइल अपनी गाड़ी में छिपाकर उसे साइलेंट मोड पर रखे। 
मोबाइल को समय -समय पर चार्ज करते रहें। व्यापारियों का कहना था कि ऐसा करने से कुछ हद तक वाहन चोरी रुक सकती है। हालांकि चोर बहुत शातिर होते हैं। वह मोबाइल भी तलाश लेंगे और उसे निकाल देंगे।पुलिस अधिकारियों ने कहा कि कार निर्माता कंपनियों को भी हर वाहन में जीपीआरएस सिस्टम लगाने के लिए लिखेंगे,जिससे इस तकनीक का लाभ वाहन चोरी रोकने में मिल सके। 
डीएसपी चंद्रशील, पारस जैन ने भी डीलर्स को चोरी रोकने के उपयोगी टिप्स दिए। बैठक में अनिल मूंदड़ा, एमए कुरैशी, अंकुर कासलीवाल, मनमोहन भाटिया सहित अन्य डीलर्स मौजूद थे।

मोबाइल नंबर पर करें एसएमएस 
कभी भी वाहन चोरी होता है तो पुलिस को सूचना देकर इस मोबाइल पर एसएमएस कर दें। उस नंबर के आधार पर पुलिस जीपीआरएस या टॉवर लोकेशन के जरिए चोरी गए वाहन की लोकेशन का पता लगा लेगी। उसके बाद वाहन चोरों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। सामान्यत:: बदमाश वाहन को चोरी कर एकांत स्थान पर कहीं भी छिपा देते है। एक घंटे में वह 100 किलोमीटर से अधिक दूर तक नहीं जा पाएंगे और उन्हें पकड़ लिया जाएगा।

2 comments:

अगर आपको किसी खबर या कमेन्ट से शिकायत है तो हमको ज़रूर लिखें !

सेबी चेयरमैन माधवी बुच का काला कारनामा सबके सामने...

आम हिंदुस्तानी जो वाणिज्य और आर्थिक घोटालों की भाषा नहीं समझता उसके मन में सवाल उठता है कि सेबी चेयरमैन माधवी बुच ने क्या अपराध ...