मध्य प्रदेश के गुना में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है यहां कुंभराज स्वास्थ्य केंद्र के सामने एक महिला ने सड़क पर बच्चे को जन्म दिया और तो और, इसकी सूचना अस्पताल के स्टाफ को दिए जाने के बावजूद किसी ने जच्चा-बच्चा की सुध नहीं ली नतीजा हुआ कि तत्काल नवजात को सुअर खींच कर ले गया स्थानीय लोगों की मदद से
बच्ची (तस्वीर में देखिए) को बचाया जा सका और अस्पताल में भर्ती कराया गया अब स्वास्थ्य विभाग मामले की लीपा पोती करने में जुटा है।
मध्यप्रदेश के स्वास्थ्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मामला अस्पताल के बाहर का है फिर भी जांच हो रही है, दोषियों को सजा दिलाई जाएगी .
विभाग ने मामले की जांच रिपोर्ट कमिश्नर को भेजी है इसमें विभाग ने एक तरह से अपना पल्ला झाड़ते हुए ऐसी घटनाएं रोकने के लिए नगरपालिका से मदद मांगी है स्वास्थ्य विभाग ने कमिश्नर को भेजी गई प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा है कि महिला को जननी एक्सप्रेस नहीं मिल सकी थी जननी एक्सप्रेस वाहन देहरी में एक अन्य प्रसूता को लेने गया था वैकल्पिक व्यवस्था न होने से महिला को आशा कार्यकर्ता ट्रैक्टर से लेकर आ गई थी अब सीएचएचओ डीके भार्गव का कहना है कि जननी एक्सप्रेस ऐसी विषम स्थिति में उपलब्ध हो सके, इसके लिए हम व्यवस्था बना रहे हैं उन्होंने इस मामले की जांच के लिए एक समिति बनाने की भी बात कही.
क्या हुआ था
मंगलवार (21 फरवरी) सुबह कुंभराज क्षेत्र के ग्राम ईंट खेड़ी निवासी सकारिया बाई को प्रसव पीड़ा के चलते स्वास्थ्य केंद्र लाया जा रहा था महिला को उसके परिजन ट्रैक्टर से ला रहे थे लेकिन स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने से पहले ही, बाहर सड़क पर महिला ने बच्ची को जन्म दे दिया बताया जाता है कि डिलेवरी के बाद परिजनों ने तत्काल अस्पताल के स्टाफ को इस बारे में जानकारी दे दी थी लेकिन काफी देर तक अस्पताल से कोई भी सड़क पर पड़ी महिला को देखने नहीं पहुंचा .
डिलेवरी के तुरंत बाद सुअर बच्ची को खींचकर ले गया स्थानीय लोगों की मदद से बच्ची को बचाया जा सका था बच्ची के पैर में सुअर के दांत लग गए थे उसे सएनसीयू गुना भर्ती किया गया बच्ची की हालत में सुधार बताया जा रहा है सीएमएचओ डॉ. डीके भार्गव ने बताया कि बच्ची का इलाज चल रहा है वह स्वस्थ्य है .
बच्ची (तस्वीर में देखिए) को बचाया जा सका और अस्पताल में भर्ती कराया गया अब स्वास्थ्य विभाग मामले की लीपा पोती करने में जुटा है।
मध्यप्रदेश के स्वास्थ्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मामला अस्पताल के बाहर का है फिर भी जांच हो रही है, दोषियों को सजा दिलाई जाएगी .
विभाग ने मामले की जांच रिपोर्ट कमिश्नर को भेजी है इसमें विभाग ने एक तरह से अपना पल्ला झाड़ते हुए ऐसी घटनाएं रोकने के लिए नगरपालिका से मदद मांगी है स्वास्थ्य विभाग ने कमिश्नर को भेजी गई प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा है कि महिला को जननी एक्सप्रेस नहीं मिल सकी थी जननी एक्सप्रेस वाहन देहरी में एक अन्य प्रसूता को लेने गया था वैकल्पिक व्यवस्था न होने से महिला को आशा कार्यकर्ता ट्रैक्टर से लेकर आ गई थी अब सीएचएचओ डीके भार्गव का कहना है कि जननी एक्सप्रेस ऐसी विषम स्थिति में उपलब्ध हो सके, इसके लिए हम व्यवस्था बना रहे हैं उन्होंने इस मामले की जांच के लिए एक समिति बनाने की भी बात कही.
क्या हुआ था
मंगलवार (21 फरवरी) सुबह कुंभराज क्षेत्र के ग्राम ईंट खेड़ी निवासी सकारिया बाई को प्रसव पीड़ा के चलते स्वास्थ्य केंद्र लाया जा रहा था महिला को उसके परिजन ट्रैक्टर से ला रहे थे लेकिन स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने से पहले ही, बाहर सड़क पर महिला ने बच्ची को जन्म दे दिया बताया जाता है कि डिलेवरी के बाद परिजनों ने तत्काल अस्पताल के स्टाफ को इस बारे में जानकारी दे दी थी लेकिन काफी देर तक अस्पताल से कोई भी सड़क पर पड़ी महिला को देखने नहीं पहुंचा .
डिलेवरी के तुरंत बाद सुअर बच्ची को खींचकर ले गया स्थानीय लोगों की मदद से बच्ची को बचाया जा सका था बच्ची के पैर में सुअर के दांत लग गए थे उसे सएनसीयू गुना भर्ती किया गया बच्ची की हालत में सुधार बताया जा रहा है सीएमएचओ डॉ. डीके भार्गव ने बताया कि बच्ची का इलाज चल रहा है वह स्वस्थ्य है .
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