ये हैं कुछ मेरे संघी पाठशाला से पढ़े लिखे फ़ेसबुक दोस्त जो संघी सोच और विचार को वर्ल्ड का बनाकर पेश कर रहे हैं, इनको ये भी नहीं मालूम कि हम कह क्या रहे हैं और किसके बारे मैं कह रहे हैं.
प्रिय जैन साहब ने कहा कि वर्ल्ड का डॉटा कहता है कि मुस्लिमों
आम हिंदुस्तानी जो वाणिज्य और आर्थिक घोटालों की भाषा नहीं समझता उसके मन में सवाल उठता है कि सेबी चेयरमैन माधवी बुच ने क्या अपराध ...