बुलंदशहर यूपी- उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पूर्व बसपा विधायक हाजी अलीम के बेटे अनस को सीबीसीआईडी ने गिरफ्तार कर पिछले अठारह महीने से उलझे कैस को सुलझा लिया है, उसपर अपने ही पिता की हत्या करने का आरोप लगाकर गिरफ़्तार कर लिया है.
आपको बता दें पिछले साल अक्टूबर में हाजी
अलीम के आवास पर बेड रूम में उनका गोली लगा शव मिला था, पूरे मामले की जांच पुलिस की टीम और फ़ॉरेंसिक की टीम कर के थक गई थी, और ये मामला ठंडे बस्ते में चला गया था, पुलिस उलझे कैस को सुलझाने में अपने हाथ खड़े कर चुकी थी, जबकि बंद आवाज़ में पुलिस पर बहुत से आरोप लगे और इस हत्या की चर्चा शहर ही नहीं दूर दूर तक रही.
तब इस मामले को मृतक पूर्व विधायक के भाई और परिवार के बाकी सदस्यों की मांग पर सीबीसीआईडी को सौंपा गया, यहां तक कि ख़ुद भी आरोपी बेटे अनस ने इस जांच की मांग कर अपने पिता की हत्या की आशंका ज़ाहिर करते हुए जांच फिर से करने की मांग की थी.
तभी से सीबीसीआईडी की मेरठ टीम कर रही थी, सीबीसीआईडी पुलिस के अनुसार पूरे मामले की गहराई से जांच के बाद ही अनस अलीम की गिरफ़्तारी की गई है, एसपी मोहनी पाठक की अगुवाई में टीम ने अनस को गिरफ्तार किया है, बुलन्दशहर ज़िला कोर्ट में बहुत जल्द सीबीसीआईडी आरोपी को पेश कर उसकी रिमांड की मांग भी अदालत से करेगी जिससे आरोपी से आगे की पूंछतांछ की जा सके.
मीडिया से मुख़ातिब होते हुए में परिजनों ने बताया कि 9 अक्टूबर की रात को हाजी अलीम को पोता हुआ था, परिवार में खुशी का माहौल माहौल बना हुआ था कि अचानक 10 अक्टूबर की सुबह हाजी अलीम बेडरूम में गोली लग शव मिला, जिससे सारी ख़ुशी ग़म मैं बदल गई, हत्या मामले में आगरा फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने भी उसी समय घटनास्थल से साक्ष्य इकट्ठा किए थे, जिनको सीबीसीआईडी की टीम को सौंपा गया.
घटना के बारे मैं आपको एक बार फिर बता दें कि 10 अक्टूबर 2018 की सुबह को हाजी अलीम का गोली लगा शव परिजनों की सूचना पर उनके ही बेडरूम से पुलिस ने बरामद किया था, पुलिस ने तब घटनास्थल से पिस्टल व 2 खोखा कारतूस बरामद भी किये थे, वहीं पूर्व विधायक की कनपटी पर गोली लगने के बाद मामला हत्या और आत्महत्या की गुत्थी में उलझा हुआ था.
परिवार ने जताई थी हत्या की आशंका, साथ ही मृतक हाजी अलीम के इसी बेटे अनस ने कहा था कि मेरे पिता जिंदा दिल इंसान थे, वो आत्महत्या जैसा काम नहीं कर सकते.
मृतक हाजी अलीम के शव का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉ प्रदीप राणा ने भी अपनी रिपोर्ट मैं बताया कि कनपटी पर एक बुलेट इंजरी शॉट था, गोली कनपटी पर लग कर आर-पार निकल गई है, शरीर में और कहीं कोई इंजरी नहीं पाई गई, जिससे लगे कि मरने से पहले मृतक की हाथापाई हुई है.
अभी भी अगर शहर मैं फैली ख़बर की माने तो इस हत्याकांड मैं अकेले अनस ही नहीं बाकी किसी और के होने की भी आशंका है, कुछ सूत्रों का कहना है कि एक महिला भी इस काण्ड मैं शरीक हो सकती है, वो चाहे घर की हो या बाहर की, हत्या अकेले अनस ने नहीं की है, क्यूंकि दरवाज़ा अंदर से बंद था और अंदर मृतक के साथ कोई और भी रहा होगा, जिसने हत्या के बाद दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया था, जिसको प्लॉनिग के तहत बाद मैं बाहर निकाला गया होगा, क्यूंकि दरवाज़ा खोलने से पहले पुलिस को ना बुलाकर ख़ुद खिड़की तोड़कर दरवाज़ा खोलना शक तो पैदा करता है...?
आपको ये भी बता दें कि हाजी अलीम 2007 व 2012 में बसपा के बुलंदशहर सदर सीट से विधायक चुने गए थे, वहीं 2017 के चुनाव में उन्हें बीजेपी के वीरेंद्र सिंह सिरोही ने हराया था, जो अब इस दुनियां मैं नहीं हैं अभी दो हफ़्ते पहले उनका निधन हो चुका है और अब ये सीट ख़ाली है.
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