Wednesday, 28 December 2011

जिस बात का डर था वही हुआ...

जिस प्रकार महात्मा गाँधी ने 1921 में चौरा चौरी की घटना के कारण पूरा असहयोग आन्दोलन वापस ले लिया था! ठीक उसी तरह गाँधीवादी अन्ना हजारे जी ने भी आज अपना अनशन समय से पहले ही तोड़ने का निश्चय किया है और जेल भरो आन्दोलन को भी वापस लेने का निश्चय किया है! मैं नहीं जनता की के ये निर्णय सही है या गलत ? दुख है ...

No comments:

Post a Comment

अगर आपको किसी खबर या कमेन्ट से शिकायत है तो हमको ज़रूर लिखें !

सेबी चेयरमैन माधवी बुच का काला कारनामा सबके सामने...

आम हिंदुस्तानी जो वाणिज्य और आर्थिक घोटालों की भाषा नहीं समझता उसके मन में सवाल उठता है कि सेबी चेयरमैन माधवी बुच ने क्या अपराध ...