Tuesday 13 March 2012

बढ़े देश में नए रोजगार, बैंकिंग व कंस्ट्रक्शन सेक्टर सबसे आगे

नई दिल्ली, फरवरी, 2012 के दौरान देश में नए रोजगार सृजित करने के मामले में बैंकिंग व कंस्ट्रक्शन सेक्टर सबसे आगे रहे हैं खास तौर पर, इन दोनों सेक्टरों में भारी संख्या में नए रोजगार पैदा होने से ही समूचे देश में नौकरियों में बढ़ोतरी का ट्रेंड बना है यह खुलासा अग्रणी जॉब पोर्टल नौकरी डॉटकॉम के नौकरी जॉब स्पीक इंडेक्स से हुआ है पोर्टल के मुताबिक, फरवरी माह के दौरान
जनवरी की तुलना में ज्यादा रोजगार सृजित हुए हैं.
ऑनलाइन रिक्रूटमेंट गतिविधियों का सूचकांक नौकरी जॉब स्पीक इंडेक्स फरवरी, 2012 के दौरान 1,209 अंक पर पहुंच गया जनवरी, 2012 के दौरान यह इंडेक्स 1,121 अंक पर रहा था नौकरी डॉटकॉम ने कहा है कि जब से यह इंडेक्स शुरू हुआ है, फरवरी माह का यह आंकड़ा इसका सबसे ऊंचा स्तर है, जारी एक बयान में नौकरी डॉटकॉम ने कहा है कि फरवरी, 2012 के दौरान नए रोजगार सृजित करने के मामले में सबसे ज्यादा मूवमेंट कंस्ट्रक्शन, बैंकिंग व आईटी सेक्टर में देखने को मिली है इस अवधि के दौरान जनवरी, 2012 की तुलना में कंस्ट्रक्शन सेक्टर के रोजगार इंडेक्स में 13 फीसदी, बैंकिंग सेक्टर इंडेक्स में 12 फीसदी और आईटी सेक्टर के रोजगार इंडेक्स में 7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है साथ ही, ऑटो व बीपीओ सेगमेंट में नौकरियां बढ़ी हैं. 
हालांकि, ऑयल एंड गैस सेक्टर में रोजगार सृजन में दो फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है जबकि, टेलीकॉम व कैपिटल गुड्स सेक्टर में रोजगार सृजन के आंकड़े जनवरी माह के तकरीबन बराबर ही रहे हैं शहरों की बात करें तो बंगलुरू के रोजगार इंडेक्स में 10 फीसदी और चेन्नई के रोजगार इंडेक्स में 12 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
इंफो एज इंडिया के एमडी एंड सीईओ हितेश ओबेरॉय के मुताबिक, पिछले कई महीनों से रोजगार इंडेक्स में भारी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है किसी एक माह में इंडेक्स तेजी से नीचे जाता है तो अगले ही माह इसमें तेजी देखने को मिलती है उन्होंने कहा कि फरवरी माह के इंडेक्स को भी इसी तरह से देखा जाना चाहिए हितेश का मानना है कि चुनिंदा सेक्टर नए रोजगार सृजित करने के मामले में आगे रहने वाले हैं। जहां तक समूचे उद्योग जगत का सवाल है तो थोड़ी सतर्कता के साथ हमारा रुख सकारात्मक है.
सकारात्मक रुख, चुनिंदा सेक्टर नए रोजगार सृजित करने के मामले में आगे रहने वाले हैं जहां तक समूचे उद्योग जगत का सवाल है तो थोड़ी सतर्कता के साथ हमारा रुख सकारात्मक है.
हितेश ओबेरॉय, एमडी एंड सीईओ, इंफो एज इंडिया 

No comments:

Post a Comment

अगर आपको किसी खबर या कमेन्ट से शिकायत है तो हमको ज़रूर लिखें !

हिंदू ख़तरे मैं है कहने और कहकर डराने वालों से सवाल...?

दुनियां के मुस्लिम देश में रहने वाले हिंदुओं की संख्या (करीब करीब कुछ इस तरहां है)  इंडोनेशिया- 44,80,000 , मलेशिया- 20,40,000 ,...