Wednesday 30 May 2012

नहीं मरेगी कोई मां क्योंकि आधुनिक होगें डिलीवरी सेंटर ?


नई दिल्ली- देश में मातृ मृत्यु दर कम करने के लिए सरकार उन डिलीवरी सेंटरों को आधुनिक बनाने की कवायद कर रही है जहां प्रसूताओं की सबसे ज्यादा मौत होती है, इसके लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के तहत देश के सौ जिलों में 18,000 डिलीवरी सेंटरों की पहचान की गई है, मातृ मृत्यु दर को प्रभावी ढंग से
नियंत्रित करने के लिए इन सेंटरों को अत्याधुनिक मशीनों और डाक्टरों से लैस किया जाएगा,  मातृ मृत्युदर के मामले में सबसे खराब राज्यों में मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड शामिल हैं, आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक देश में डिलीवरी के दौरान अभी भी देश में प्रति एक लाख प्रसूताओं में से 212 की मौत हो जाती है, मिलेनियम डेवलेपमेंट गोल  के अंतर्गत भारत को 2015 तक यह दर 109 तक नीचे लाने का लक्ष्य रखा गया था, 12वीं पंचवर्षीय योजना में डिलीवरी के दौरान प्रसूताओं की मौत को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए एनआरएचएम के मौजूदा वित्तीय वर्ष से ही योजनाएं लागू करने का फैसला किया गया है.
सूत्र ने बताया कि इस साल उन राज्यों को अतिरिक्त पैसा और मशीनें मुहैया कराई जाएगी जहां सबसे खराब डिलीवरी सेंटर हैं, सूत्रों ने कहा कि योजना के तहत सभी चिन्हित सेंटरों की बुनियादी सुविधाओं का कायाकल्प किया जाएगा, यहां डिलीवरी के लिए अत्याधुनिक मशीनों के अलावा शिशुओं के लिए स्पेशल यूनिट बनाए जाएंगे, सभी प्रसूताओं की सेहत को सुनिश्चित करने के लिए इन सेंटरों में खास तौर से महिला विशेषज्ञ और डाक्टरों की तैनाती की जाएगी, अधिकारी ने बताया कि इन डिलीवरी सेंटरों में आने वाले औसतन प्रसूताओं के हिसाब से पर्याप्त बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जाएगी.

No comments:

Post a Comment

अगर आपको किसी खबर या कमेन्ट से शिकायत है तो हमको ज़रूर लिखें !

हिंदू ख़तरे मैं है कहने और कहकर डराने वालों से सवाल...?

दुनियां के मुस्लिम देश में रहने वाले हिंदुओं की संख्या (करीब करीब कुछ इस तरहां है)  इंडोनेशिया- 44,80,000 , मलेशिया- 20,40,000 ,...