आज सातवें चरण का मतदान भी पूरा हो गया अब बहस चल रही है सरकार किसकी होगी , इसका अंदाज़ा लगाना तो आसन नहीं है के सरकार किसकी होगी मगर यह कहना आसान है के सरकार कोइ भी हो इस बार सरकार की चाबी यकीनन कांग्रेस के ही हाथ मैं होगी, और अगर राहुल जी की बात पर यकीन किया जाये तो राहुल जी नहीं
चाहेंगे के ऐसे ही किसी की भी सरकार बना दी जाये?
चाहेंगे के ऐसे ही किसी की भी सरकार बना दी जाये?
अब अहम बात यह है के राजीव जी ऐसा क्यूँ करेंगे तो सीधा सा जवाब है पिछले २२ सालों मैं जो इस बड़े प्रदेश मैं हुआ है वो किसी से भी छुपा नहीं है, इस बात मैं भी कोइ शक नहीं है के दिल्ली से प्रदेश को पैसा इतना मिला जितने मैं यह प्रदेश भारत ही मैं नहीं बल्कि तमाम दुनियां मैं अपना नाम कर सकता था. अब सवाल यह के ऐसा हुआ क्यूँ नहीं तो इसका जवाब भी प्रदेश की तमाम जनता के सामने है.
ऐसा नहीं है के उत्तरप्रदेश ने नाम नहीं कमाया है, नाम तो इस प्रदेश का आज भी तमाम दुनियां मैं हुआ है यह बात अलग है के वो नाम प्रदेश के विकास की वजा से नहीं बल्कि घोटालों की वजा से हुआ है आज हमारे प्रदेश की सरकार घोटालों की सरकार के नाम से जानी जाती है, आज चुनाव के बाद तमाम प्रदेश की जनता की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि अब इस घोटालों मैं शामिल लोगों का क्या होगा ?
तो इसका जवाब भी साफ़ है अब कांग्रेस नहीं चाहती के वो वोते की खातिर इन घोटालों को दबा कर रखे या घोटाले बाजों की किसी भी तरहां से कोइ मदद करे,अब कांग्रेस इस मुंड मैं है के अब इस देश और प्रदेश की राजनीति से ऐसे लोगों को हमेशा के लिए बहार का रास्ता दिखा दिया जाये और मुझको यकीन है अगर कांग्रेस ने ऐसा किया तो इस देश मैं एक बार फिर कोन्रेस का एक छत्र राज का वक़्त आ रहा है ...