नई दिल्ली- विद्यार्थियों को 2013 से आईआईटी जेईई और एआई ईईई की जगह एक ही प्रवेश परीक्षा देनी होगी, नया फॉर्मेट आईआईटी, एनआईटी और आईआईआईटी में दाखिले के लिए लागू होगा, वर्ष 2013 से होने वाले बदलावों के तहत 12वीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम को भी प्रवेश प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा, आईआईटी,
एनआईटी और आईआईआईटी की संयुक्त परिषद की सोमवार को बैठक हुई, इसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने बदलावों की घोषणा की, उन्हांने कहा संयुक्त परिषद का बदलावों के प्रति विरोध नहीं है, सिब्बल ने बताया कि आईआईटी और अन्य केंद्रीय संस्थानों के लिए एक ही प्रवेश परीक्षा होगी, नया फॉर्मेट आईआईटी जेईई और एआई ईईई की जगह लेगा, विद्यार्थियों को मेन टेस्ट और फिर एडवांस टेस्ट देना होगा.
आईआईटी में ये होगा.
पचास-पचास फीसदी वैटेज कक्षा 12वीं के नतीजों और मेन टेस्ट के प्रदर्शन को मिलेगा.
इसी आधार पर शीर्ष पचास हजार विद्यार्थी एडवांस टेस्ट के लिए चुने जाएंगे.
एडवांस टेस्ट के बाद मेरिट के आधार पर आईआईटी में दाखिला मिलेगा.
अन्य संस्थानों में क्या
आईआईटी को छोड़कर केंद्रीय मदद पाने वाले अन्य तकनीकी संस्थानों में 40 फीसदी वेटेज 12वीं में मिलने वाले नंबरों को मिलेगा.
30% हिस्सा मेन टेस्ट और बाकी का 30% एडवांस टेस्ट के प्रदर्शन पर आधारित होगा.
आईआईटी के संयुक्त प्रवेश बोर्ड को विस्तार दिया जाएगा, इसमें एनआईटी, अन्य संस्थानों और राज्य सरकार के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा.
आईआईटी, एनआईटी,आईआईआईटी की प्रवेश परीक्षा में बदलाव होंगे.
आईआईटी जेईई और एआईईईई की जगह एक ही टेस्ट होगा .
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