इस्लामाबाद- पाकिस्तान के विवादास्पद परमाणु वैज्ञानिक डॉ. अब्दुल कादिर खान ने अमेरिका को एक तरह से चुनौती दी है, खान ने कहा है कि पाकिस्तान के पास ऐसे हथियार हैं, जो अमेरिका के ड्रोन हमलों का जवाब दे सकते हैं, विवादित परमाणु वैज्ञानिक ने कहा है कि उन्होंने 15 साल
पहले काहूता में ऐसी मिसाइल बनाई थी, जो ड्रोन को मार गिरा सकती है.
पाकिस्तान के अखबार द नेशन ने डॉ. खान के हवाले से लिखा है कि बाहरी हमले के मद्देनजर पाकिस्तान की सुरक्षा बेहद मजबूत है, लेकिन पाकिस्तान के अंदरूनी हालात को देखते हुए असली खतरा देश के भीतर से है. डॉ. खान ने कहा, हमने योजना बनाई थी कि देश प्रगति, शिक्षा और औद्योगिक विकास पर ध्यान देगा, लेकिन शासकों ने जनता के पैसे को जमकर लूटा है.
वैज्ञानिक खान ने कहा कि पाकिस्तान 1983 में ही परमाणु ताकत बन गया था, लेकिन तब की जनरल जिया उल हक की सरकार ने अफगान जिहाद और उससे जुड़ी कई गतिविधियों को देखते हुए उन्हें परीक्षण की इजाजत नहीं दी थी, इस वजह से पाकिस्तान ने ये परीक्षण 1998 में किए, खान ने कहा, 'हम लोग 1983 से तैयार थे इसी वजह से मैं चाहता था कि पाकिस्तान भारत से पहले परमाणु हथियारों का परीक्षण कर ले, उनके मुताबिक, जब भारत ने परमाणु परीक्षण किया तो पाकिस्तान सरकार हिल गई थी, हमें भारत से ऐसे कदम की उम्मीद नहीं थी, तब की सरकार के पास इतनी हिम्मत नहीं थी कि वह भारत को मुंहतोड़ जवाब दे सके, इसलिए मुझे और मेरी टीम को दखल देना पड़ा.
गौरतलब है कि अमेरिका डॉ. एक्यू खान पर यह आरोप लगाता रहा है कि उन्होंने ईरान और उत्तर कोरिया को चोरी छुपे परमाणु हथियार तैयार करने की तकनीक मुहैया कराई है, इसी के तहत उन्हें पाकिस्तान में कई साल नज़रबंद रखा गया था.
इस्लामाबाद. पाकिस्तान ने मंगलवार सुबह कम दूरी की हत्फ-9 श्रेणी की मिसाइल का सफल परीक्षण किया है, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह मिसाइल पारंपरिक और परमाणु अस्त्र ले जाने में सक्षम है और 60 किलोमीटर की परिधि में अचूक निशाना लगा सकती है, बताते चलें कि हाल के दिनों में भारत द्वारा अग्नि पांच मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था, जिसके बाद से ही पाक सेना हत्फ श्रेणी की मिसाइल का अब तक यह तीसरा परीक्षण कर चुकी है.
(तस्वीर: पाकिस्तान की मिसाइल हत्फ 9 जिसका परीक्षण मंगलवार को कामयाब रहा)
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