लखनऊ- यूपी की सपा सरकार ने अपने चुनावी घोषणापत्र में किये गये एक और वायदे को अमली जामा पहना दिया है, सोमवार को सीएम ने यूपी के सबसे बड़े डेरी प्लांट का शिलान्यास किया है, इस दौरान उन्होंने बेरोजगारी भत्ता, कन्या विद्या धन को लेकर अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहरायी तो वहीं बिजली संकट को लेकर कड़े कदम उठाये जाने का भरोसा दिया.
सोमवार को राजधानी में सुल्तानपुर रोड पर राजकीय पशुधन प्रक्षेत्र में अत्याधुनिक संसाधनों से लैस डेयरी संयंत्र की नींव रखी गयी, पांच लाख लीटर दूध के प्रसंस्करण की क्षमता वाले इस संयंत्र की वजह से लखनऊ के 16 जिलों की 4862 दुग्ध समितियों के सवा दो लाख दुग्ध उत्पादकों को फायदा पहुंचेगा, प्रत्येक दिन इसमें दो लाख लीटर दूध की पैकिंग की जाएगी, राजधानी लखनऊ के बाद बुंदेलखंड पर फोकस किया जायेगा, जहां कम से कम 10 लाख लीटर की प्रसंस्करण क्षमता वाली डेयरी लगाने की तैयारी है, पश्चिमी यूपी में भी ऐसी ही डेयरी स्थापित की जाएगी.
इसके लिए सीएम के निर्देश पर परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही है, लखनऊ में बनने वाले डेयरी संयंत्र के निर्माण को वैसे तो तीन साल में पूरा किया जाना है पर सीएम की विशेष रुचि को देखते हुए इसे और भी कम समय में पूरा करने की कोशिश की जा रही है, अधिकारियों के मुताबिक अत्याधुनिक मशीनों से लैस इस डेयरी में दूध व अन्य उत्पादों की टेट्रा पैकिंग की जाएगी, शुरुआत में इस डेयरी संयंत्र की क्षमता पांच लाख लीटर की होगी, जिसे बाद में बढ़ाया जा सकेगा, करीब 25 एकड़ क्षेत्रफल में बनने वाली इस डेयरी में दुधारू पशुओं की उन्नति जाति तैयार करने का काम भी किया जाएगा, इस डेयरी में लखनऊ व इसके आसपास के 16 जिलों के दुग्ध उत्पादकों को अपने माल की सही कीमत मिलेगी और उनको उन्नत प्रजाति के पशु भी मिल सकेंगे.
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