मिर्ज़ापुर- शिक्षिका का डंडा कुछ ऐसा चला कि एक छात्र को आंख गवानी पड़ी, यह कड़वी सच्चाई पढ़कर आपको आश्चर्य होगा पर यह सच है, मिर्ज़ापुर के एक प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले एक छात्र ने गुरु पर मानवीय संवेदनहीनता का आरोप लगाया है, छात्र की गलती बस इतनी थी कि मिड-डे मिल के लिए वह दौड़कर सबसे पहले रसोई तक पहुंच गया और खाना पहले मांगने लगा था.
मिर्ज़ापुर के सीटी विकास खंड के हुरुआं गांव में जमुना बिन्द का लड़का अर्जुन गांव के ही सरकारी प्राथमिक स्कूल में कक्षा तीन का छात्र है, पिछले कई दिनों से वह विधालय नहीं जा रहा है, बीते जुलाई माह में उसकी आंख में चोट लगी और उसे अपनी आंख गवानी पड़ी.
इस दुर्घटना के लिए वह विधालय की ही शिक्षिका के ऊपर आरोप लगा रहा है, उसके मुताबिक खाने की छुट्टी में पहले दौड़कर पहुंचने पर डंडे से मैडम ने आंख में मारा था, शिक्षिका के डंडे की मिली मार से भयभीत अर्जुन ने पिछले जुलाई माह से ही स्कूल जाना छोड़ दिया है.
अर्जुन डर की वजह से किसी से कुछ कह भी नहीं रहा था, अर्जुन के परिजनों का कहना है कि इस घटना के बाद जब स्कूल में शिकायत लेकर गये तो उन्हें भगा दिया गया, गरीबी में किसी तरह इलाज कराया पर आंख नहीं बच सकी, इस मामले को लेकर शिक्षा विभाग से लेकर प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस तक फरियाद लेकर गये पर उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई, इसके बारे में स्कूल की शिक्षिका का कहना है कि उस पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है, वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी भी इस घटना को स्कूल से बाहर घटित होना बता रहे हैं.