Monday 29 February 2016

जानें क्या हुआ सस्ता, क्या हुआ महंगा- बजट 2016

नई दिल्‍ली- वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को साल 2016-17 का आम बजट पेश कर दिया। एनडीए सरकार काय यह तीसरा बजट है। जेटली के पिटारे से कई घोषणाएं हुई। आईए जानते हैं इस बजट में आपके लिए कौन सी चीजें सस्ती हुई और कौन सी महंगी.

सस्ता 
पहली बार मकान खरीदने वालों को ब्याज में 50000 रुपए की
छूट, मकान की कीमत 50 लाख रुपए से ज्यादा नहीं होनी चाहिए, 5 लाख तक की आय पर 3000 रुपये की छूट, हाउस रेंट पर टैक्स में छूट, 5 लाख की आय पर एचआरए में छूट 24,000 से बढ़ाकर 60,000 रुपये की गई, 35 लाख के होन लोन पर टैक्स में 50 हजार की छूट।
विकलांगों के सहायक उपकरण, फुटवियर, सौर लैंप, राउटर, ब्रॉडबैंड मॉडम और सेटटॉप बाक्स, डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर और सीसीटीवी कैमरा, हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन, स्टरलाइज्ड डायलाइजर, 60 वर्ग मीटर से कारपेट क्षेत्र से कम के कम कीमत के मकान, प्रदर्शन के लिए लोक कलाकारों की सेवाएं, रेफ्रिजरेटेड कंटेनर, पेंशन योजनाएं, माइक्रोवेव अवन, सैनिटरी पैड, ब्रेल पेपर डाइलिस .

महंगा
10 लाख से ज्यादा की कार महंगी होगी, पेट्रोल-सीएनजी पर उपकर बढ़ा, अमीरों पर सरचार्ज 12 से बढ़कर 15 फीसदी किया गया, एक करोड़ से ज्यादा आय वालों पर सरचार्ज बढ़ा, एसयूवी कारों पर 4 फीसदी टैक्स बढ़ा, डीजल गाड़ियों पर 2.5 फीसदी टैक्स बढ़ा, हर तरह की गाड़ियां महंगी हुईं, बैटरी कारों को छोड़कर सभी कारें महंगी हुईं, बड़ी छोड़कर सभी तंबाकू उत्पाद महंगे हुए। सिगरेट मंहगी, सिगार महंगा.

सोने के गहने और ब्रांडेड कपड़े महंगे हुए। 
सर्विस टैक्स 14.5% से बढ़कर 15% हुआ। रेस्टोरेंट में खाना महंगा, सिनेमा और केबल महंगा, हवाई और रेल टिकट महंगा, ब्यूटी पार्लर जाना महंगा, बीमा पॉलिसी महंगी, जिम जाना महंगा, रेल टिकट खरीदना महंगा, एटीएम से पैसे निकालना महंगा। रेडिमेड कपड़े महंगे हुए। मोबाइल फोन बिल महंगा.

बीजेपी के सीनियर नेता और मार्गदर्शक मंडल के नेता ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के बजट को अब तक का सर्वश्रेष्ठ बजट करार दिया है। आडवाणी ने कहा कि जेटली के इस बजट में इडिया के आर्थिक विषमता के साथ-साथ सामाजिक असामनता को दूर करने के सभी गुण मौजूद हैं।

आडवाणी ने कहा कि उन्होंने अब तक कई बजट पेश होते हुए देखा है लेकिन जेटली का यह बजट अब तक का सर्वश्रेष्ठ बजट है। उन्होंने कहा कि इस बजट में तमाम ऐसे कदम उठाए गए हैं जिससे एंप्लॉयमेंट, आर्थिक विषमता, सामाजिक असमानता और हाइवे और रेलवे सेक्टर में ऐतिहासिक बदलवा आएंगे।  

उन्होंने कहा कि इस बजट की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें गांव पर फोकस किया गया है। उन्होंने कहा कि इसमें कृषि और गांव को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
आडवाणी से पहले पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने भी बजट को विजनरी और प्रोग्रेसिव बताया है। उन्होंने कहा कि इस बजट में हर वर्ग के लोगों का ख्याल रखा गया है। 

हालिया दिनों में पार्टी लाइन से अलग बयान देने वाले शत्रुधन सिन्हा ने भी कहा है कि भले ही वह बजट एक्सपर्ट नहीं हैं पर इस बात से वह भी सहमत हैं कि यह बजट अच्छा है। हालांकि सिन्हा ने शिक्षा और डिफेंस पर ज्यादा फोकस नहीं किए जाने के कारण नाराजगी भी जताई है।

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