Monday 8 August 2016

ना भूले पाकिस्तान हमने उसका कामयाब आपरेशन किया था डिलीवरी का ?

कितनी बार समझाना पड़ेगा इस नाम के पाक नापाक मुल्क को कि हमारे मुल्क के ख़िलाफ़ साज़िशों को अंजाम देना बंद करे, कश्मीर कल भी हमारा था, आज भी हमारा है ओर इंशाअल्लाह कल भी हमारा ही रहेगा.
वो ये भी ना भूले कि हमारे मुल्क की सरकार हमारा पेट काटकर अब तक कश्मीर पर इतना ख़र्च कर चुकी है कि हमारा पूरा मुल्क सोने की चिड़िया नहीं, सोने का बाज़ बन जाता.
लेकिन मुल्क के मुस्लिमों ने हमेशा ही सरकार की नीतियों
को सराहा ही नहीं बल्कि दिल से कबूल किया है, ओर इसकी बड़ी वजह हमारे सामने है ?
पाकिस्तान मैं हमारे अपनों के साथ क्या सलूक किया गया या किया जाता है हम कैसे भूल सकते हैं, वहां हमारे अपनों ने जो कुछ भी आज हासिल किया है वो पाक सरकार की मदद से नहीं बल्कि अपनी काबलियत, हुनर ओर अमनपसंद मिजाज़ की ख़ातिर भारी ज़ुल्म सहते हुऐ हासिल किया है.
इसीलिऐ मेरी पाकिस्तान की सरकार को सलाह है कि वो हमारे मामलात मैं अपनी दख़लांदाजी बंद कर अपने मुल्क की अवॉम की ख़ुशहाली की तरफ़ अपना ध्यान देने के साथ लश्कर कमांडर जैसों पर लगॉम लगाये, जो हमको गीदड़ भपकियां देते रहते हेैं, ओर दे रहे हैं.
जो लश्कर कमांडर का परमाणु पर ब्यान हमारे सामने आया है अगर पाकिस्तान सरकार भी इससे इत्तेफ़क़ करती है तब कान खोलकर सुन लो, हमारे पास जो कुछ है वो कोई खिलौना नहीं है, दूसरे अगर तुमने ये गुस्ताख़ी करने की हिमाक़त की तब तुम अपनी ख़ुद कुशी के ख़ुद ज़िम्मेदार होगे.
क्यूं तब मै एक आम हिन्दोस्तानी समझा रहा हुँ जिसका बहुत छोटा सा दिमाग है, लेकिन मेरे मुल्क की हिफ़ाज़तमें मुझसे बहुत आला दिमाग लगे हैं जिनमें एक दिमाग़ मरहूम अब्दुल कलॉम साहब का भी है, बेशक वो आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनका तौहफ़ा हमारे पास है जो तुमको सबक़ ही नही जाने क्या क्या सिखा देगा.
ये हमारी धमकी नहीं सिर फिरे के ब्यान का जवाब है, ओर समझ लो अगर तुमने हमारी सरहद को थोड़ा पार कर लश्कर के सिर फिरी धमकी पर भूलकर भी अमल कर लिया तब अंजाम क्या होगा सोच लो थोड़ी फ़िल्म ये छोटा दिमाग़ तुमको दिखाने की कोशिश कर रहा है.
तुम्हारी हिमाक़त हमको बस घायल कर सकती है, ओर ये मुझको समझाने की ज़रूरत नहीं क्यूंकि इतनी अक़्ल तो बच्चा भी रखता है, हमारे जवाब मैं तुम दुनियां के नक़्शे मैं कहां होगे तुम क्या कोई भी ये सोच नहीं सकता.
इसलिए कहा है ख़ुद कुशी करने से बचो ओर अपनी हरकतों पर काबू करो, हद मै रहो, अपमे मुल्क की खडुशहाली ओर अवॉम के भलाई के लिऐ काम करो दोनों मुल्क की अवॉम यही चाहती हैं.
अगर नहीं मानते तब याद करो हमने एक बार तुम्हारा कामयाब आपरेशन किया था वो भी डिलीवरी का ?
ओर उसका नामकरण किया था बंग्लादेश के नाम से.

तुमको तो याद रखना चाहिऐ कि कितना दर्द होता होगा डिलीवरी मैं क्यूं ?
ओर सबसे अहम बात जो किसी ने शायद तुमको नहीं बताई वो है कि डिलीवरी होती किसकी है ?
समझ रहे हैं ना आप जनाब.
नहीं ?
तब चलो खुलकर समझा देते हैं समझ गये तो अपने लिये अच्छा करोगे, हमारे लिए बस सोच सकते हो कर कुछ नहीं सकते ?

हम तुमको हर बार, बार बार समझाते आये हैं ओर हमेशा समझाते रहेंगे जब तक तुम्हारी समझ मैं नहीं आ जाता ओर तुम ख़ुदकुशी का इरादा पूरी तरहां नहीं छोड़ देते.
डिलीवरी औरत ज़ात कीहोती है ये आप जानते होंगे, ओर बंग्लादेश की पैदाईश आपके अंदर से हुई, ये भी आप जानते हैं, आज़ादी के बाद से तुम्हारे पेट मैं दर्द हुआ तुमको ख़ुद नहीं मालूम था कि ये दर्द क्या है.
तुमने उस दर्द मैं एक हिमाक़त कर दी उल्टे सीधे हाथ मारते हुए हमारी सरहद तक आ गये, तब हमारी मुल्क की हिफ़ाज़ती टीम को तुम्हारे दर्द का पता लगाने के लिए तुमको छोटी छोटी गोलियां दी गई, ओर जब मेन आपेशन किया तब जो सामने आया वो आज भी हमारी हिफ़ाज़त मैं ख़ुशहाल है वो है तुम्हारा बेटा जिसका नाम हमने रखा था बंग्लादेश ओर तुमको समझा देते हैं अब किसी से मत मिलना वरना जान को ख़तरा है बस एक ही बच्चा हो सकता है.
समझे अब बाज़ारू पन छोड़ो जाओ आराम से घरेलू औरत बनकर अपने मुल्क की अवॉम की सही से तरबियत ओर ख़िदमत करो, समझाओ अपने नाजायज़ काम करने वाले दलालों को अब हिमाक़त छोड़े वरना इसबार तुम्हारे लिए आपरेशन ख़तरनाक होगा अब ना कोई बच्चा होगा बल्कि तुम्हारी जान को ख़तरा है....
एस एम फ़रीद भारतीय
09808123436

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