Saturday 10 December 2016

मेरे मन की बात, शर्म भी शरमा जाये, बजाओ ताली...?

एस एम फ़रीद भारतीय
पिछले महीने से जो कुछ देश मैं हो रहा है या सुनने को मिल रहा है, वो चंद चापलूसों के अलावा किसी की समझ मैं नहीं आ रहा है, रोज़ नये नये फ़रमान देश ओर देश की जनता को सुनाये जा रहे हैं, क्यूं....?
बस अपनी ना कामियों को छुपाने के लिए ओर विपक्ष
है कि उस तरहां से ना तो विरोध कर पा रहा है ओर ना ही अपनी ओर जनता की बात को पूरी तरहां से सरकार ओर देश के मुखिया यानि राष्ट्रपति महोदय के सामने रख पा रहा है, हां बदनाम पूरी तरहां हो रहा है.
आज मुझको तो देश मैं हो रही अफ़रा तफ़री ओर गाली गलौंच को तो शर्म आ ही रही है सबसे बड़े दुख की बात ये है कि जिस तरहां से देश मैं गालियों का दौर चला है उससे ख़ुद शर्म भी शर्मसार है.
लेकिन कुछ सरकारी पिठठूओं पर इसका कोई असर नहीं है, दुनिया हंस रही है ओर हमारी सरकार ने एक काम बड़ा ही ज़ोरदार किया है कि गालियां देने वालों को जवाब देने के लिए गालियां बकने वाली टीमे तैयार कर मैदान मैं उतार दी हैं.
अब मालूम करो कि गालियां जिसने बकी हैं ना वो पहले आन लाईन आने की हैसियत रखते थे ओर अब तो बिल्कुल नहीं हैं तब जवाब किसको ओर क्यूं दिला रहे हैं....?
आज नेट पर मुझको तकरीबन 20 साल हो गये किसी भी सरकार की नाकामी पर पिछले बीस सालों मैं मैने इतनी गालियां नेट पर सब पार्टियों को नहीं सुनी,  जितनी पिछले दो माह मैं एक पार्टी या इस पार्टी की सरकार के लिए सुन या देख रहा हुँ.
अब नया जुमला सामने आया है कैशलेस तब जनाब मैं हिमायती हुँ आपका, पर पहले अपने को ओर अपनी पार्टी को कैशलेस करो ना.....?
जो भाषण आप करोड़ों ख़र्च कराकर रैलियों में जाकर आधे एक घंटे का देते हो उस भाषण को नेट पर ही मंच बनाकर दो, चाहो तो पार्टी मुख्यालय मैं मंच बना लो एक बार के ख़र्च मैं सालों साल मज़ा आयेगा ओर फिर कहीं आने जाने के झंझट के भारी ख़र्च के साथ वक़्त की बर्बादी भी बचेगी....?
मगर नहीं साहेब आपको आदत बन गई है जुमले बाजी के साथ मजमे वालों की तरहां धौखा देने की, कि वो मजमे मैं कहते तो कुछ ओर हैं लोगों से लेकिन जब करने की बारी आती है तो हाथ मैं कुछ ओर थमाकर चलते बनते हैं....!
जनाब मेरी आपसे गुज़ारिश है कि आप कुछ भी करो आप आज़ाद हो लेकिन कदम उठाने से पहले खुद ख़ूब सोच ओर समझ लो, ऐसा नहीं कि एक आम आदमी ने आपसे आकर कहा कि नोट बदल दो तब आपने फ़ौरन बिन सोच विचार के कदम उठा दिया ओर लगा दिया देश को चूना ओर जनता को लाईन मैं...
आपके सलाहकार वो शख़्स तो महान हैं ही आप उनसे ज़्यादा महान हैं ओर आपसे ज़्यादा आपके भक्त महान हैं....
बजाओ ताली....?

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