Tuesday, 28 September 2021

कुरआन शरीफ़ की सूरतों का नाम और उनका मतलब...?

दोस्तों और साथियों अक्सर आपने कुरआन शरीफ़ की सूरतों का नाम तो सुना या पढ़ा ही होगा लेकिन क्या आपको इल्म है किस सूरह का क्या मतलब है, तब आइये देखते है क्या है कौनसी सूरत यानि...?

1-सूरह फातेहा = शुरू करना
2- सूरह बकराह= गाय
3- सूरह आले इमरान= हज़रत इमरान अलेहिस्सलाम की औलाद 
4- सूरह निसां = औरतें के हुकूक
5- सूरह मायदा= दस्तरख्वान की बरकत
6- सूरह अन्आम = जानवर, मवेशी के बारे मैं
7- सूरह आराफ़ = बुलंदीयाँ कौनसी
8- सूरह अनफाल = माले ग़नीमत का जिक्र
9- सूरह तौबा= माफ़ी के बारे मैं
10- सूरह युनुस = अल्लाह के एक नबी का नाम
11- सूरह हुद = अल्लाह के एक नबी का नाम
12- सूरह यूसुफ़= अल्लाह के एक नबी का नाम
13- सूरह राअद = बादल की गरज का ज़िक्र
14- सूरह इब्राहीम = अल्लाह के एक नबी का नाम
15- सूरह हिज्र = एक जगह का नाम और पूरा ज़िक्र
16- सूरह नहल = मधुमक्खी का ज़िक्र
17- सूरह इस्राईल = अल्लाह के नबी हज़रत याक़ूब अलेहिस्सालाम की औलाद 
18- सूरह कहफ़ = गार, गुफ़ा का ज़िक्र
19- सूरह मरियम = हजरत ईसा अलेहिस्सलाम की वालदा मोहतरमा का नाम
20- सूरह ताहा = हुरूफ़े मुकत्तआत के दो हुरूफ़
21- सूरह अंबिया = अल्लाह के तमाम पैगंबर, नबी की जमा (बहुवचन)
22- सूरह हज = ज़ियारत
23- सूरह मुअमीनून = ईमान वाले लोग
24- सूरह नूर = रौशनी
25-सुरह फ़ुरकान = सही और ग़लत में फ़र्क करने वाली चीज
26-सूरह शुअरा = शायर लोग, शायर की जमा (बहुवचन)
27- सूरह नम्ल = च्यूँटी का ज़िक्र
२- सूरह क़सस =किस्से, सच्चे वाकिआत
29- सूरह अन्कबूत = मकड़ी के बारे मैं
30- सूरह रोम= रोम, एक मुल्क का नाम
31- सूरह लुक़मान = अल्लाह के एक नेक बुजुर्ग बंदे का नाम
32- सूरह सज्दा = झुकना, सज्दा करना
33- सूरह अहज़ाब = लश्कर, जमा, गिरोह
34- सूरह सबा = एक कौम
35- सूरह फ़ातिर = पैदा करने वाला
36- सूरह या सीन = हुरूफ़े मुकत्तआत के दो हुरूफ़
37- सूरत साफ्फ़ात = सफ़ बंदी करने वाले, लाइन से खड़े होने वाले
38- सूरह स्वाद(ص)= हुरूफ़े मुकत्तआत के एक हुरूफ़
39- सूरह ज़ुमर= गिरोह दर गिरोह
40- सूरह मोमीन= ईमान वाला
41- सूरह हा मीम= हुरूफे मुकत्ताआत के दो हुरूफ़
42- सूरह शूरा = सलाह मशविरा 
43- सूरह जुख़रूफ़ = सोना (Gold)
44- सूरह दुख़ान = धुआँ
45- सूरह जासिया= घुटनों के बल गिरे हुए
46- सूरह अहकाफ़ = एक जगह का नाम
47- सूरह मुहम्मद (ﷺ) = अल्लाह के महबूब आख़िरी नबी का मुबारक नाम
48- सूरह फ़तह = जीत, कामयाबी 
49- सूरह हुजरात = हुजरें कमरें
50-सूरह काफ़(ق)= हुरूफे मुकत्तआत का एक हुरूफ
51- सूरह जारियात = धूल उड़ाने वाली हवा
52- सूरह तूर = एक पहाड़ का नाम कोहेतूर
53- सूरह नज़्म= सितारे
54- सूरह क़मर = चाँद
55- सूरह रहमान (बहुत ज्यादा रहम फरमाने वाला, अल्लाह तआला का एक सिफ़ाती नाम
56- सूरह वाकिया= वाके होने वाली, क़यामत 
57- सूरह हदीद = लोहा
 58- सूरह मुजादला = बहस, इख्तेलाफ, झगड़ा
59- सूरह हश्र= जमा होना, क़यामत के दिन दुबारा जिंदा होकर जमा होना
60- सूरह मुमताहिना = इम्तेहान लेने वाली
61- सूरह सफ़ = लाइन से खड़े होना, सफ़ बंदी
62- सूरह जुम्आ= हफ़्ते के दिनों में से एक मुबारक दिन
63- सूरह मुनाफिकून = मुनाफ़िक़ लोग
64- सूरह तगाबून= हार-जीत, नुकसान से गुजरना
65- सूरह तलाक़= आजाद करना, तलाक़ देना
66- सूरह तहरीम= हराम कर देना
67- सूरह मुल्क= बादशाही
68- सूरह क़लम= पेन, कलम
69- सूरह हाक्का= हक़ीकत, क़यामत 
70- सूरह मआरिज= बुलंदिया
71- सूरह नुह = अल्लाह एक नबी का नाम
72- सूरह जिन्न= जिन्नात, आग से पैदा की हुई अल्लाह की एक मख्लूक
73- सूरह मुजम्मिल= चादर लपेटने वाला
74- सूरह मुदस्सिर = चादर ओढने वाला
75- सूरह कियामाह= कियामत, यकीन कायम होने वाली
76- सूरह दहर = जमाना, अरसा, वक्त समय
77- सूरह मुरसलात= हवाएँ 
78- सूरः नबा= अहम खबर
79- सूरह नाज़िआत= सख्ती से खिंचने वाले
80- सूरह अबासा= त्यौरी चढ़ाना
81- सूरह तकवीर = लपेटना
82- सूरह इंफ़ितार = फटना
83- सूरह मुतफ़्फ़िफ़ीन= नाप तौल में कमी करने वाले
84-सूरह इंशिकाक= फट जाना
85- सूरह बुरूज = सितारों वाला आसमान 
86- सूरह तारिक़ = चमकता तारा
87-सूरह आला = सबसे ऊँचा 
88- सूरह गाशिया = छा जाने वाली मुसिबत(कयामत)
89- सूरह फज्र = फज्र, सुबह सादिक़
90-सूरह बलद= शहर
91-सूरह शम्स= सूरज
92-सूरह लैल = रात
93- सुरह धुहा= दिन की रौशनी, चाश्त का वक्त 
94-सूरह शरह= खोल देना
95- सूरह तीन = अंजीर
96-सूरह अलक= जमा हुआ खून 
97-सूरह कद्र= कद्र, इज़्ज़त
98-सूरह बय्यनाह = वाजेह दलील 
99-सूरह जिल्जाल= ज़लज़ला, भूकंप
100-सूरह अदियात = घुड़दौड़ का घोड़ा
101-सूरह कारिया= खड़खड़ा देने वाली (कयामत)
102-सूरह तकासूर= ज़्यादती की ख़्वाहिश 
103-सूरह अस्र= ज़माना
104-सूरह हुमाजा= ऐब निकालना
105-सूरह फील= हाथी
106- सूरह कुरैश = कुरैशी, अरब के एक कबीले का नाम
107-सूरह माऊन= आम इस्तेमाल की चीजें 
108-सूरह कौसर= होज़े क़ौसर
109-सूरह काफिरून= काफ़िर लोग 
110-सूरह नस्र = मदद
111- सूरह तब्बत= आग के शोले
112-सूरह इख्लास = खालिस, वहदानियत
113- सूरह फलक= सुबह
114-सूरह नास = इंसान, आदम, आदमी, लोग
-----------------------------------------------
*पोस्ट को बड़ी एहतियात के साथ लिखा गया है फिर भी इसमें अगर कोई को ता ही हो तो अहले इल्म इस्लाह करें.*

क़ुरआन अल्लाह का आख़िरी कानून है यानि ज़िंदगी गुज़ारने का तरीका, अल्लाह हमको सही से समझ कर अमल की तौफ़ीक़ अता करे आ मीन...
✍️*"एस एम फ़रीद भारतीय"*✍️

No comments:

Post a Comment

अगर आपको किसी खबर या कमेन्ट से शिकायत है तो हमको ज़रूर लिखें !

सेबी चेयरमैन माधवी बुच का काला कारनामा सबके सामने...

आम हिंदुस्तानी जो वाणिज्य और आर्थिक घोटालों की भाषा नहीं समझता उसके मन में सवाल उठता है कि सेबी चेयरमैन माधवी बुच ने क्या अपराध ...