सांप एक ऐसा जीव है जिससे लगभग हर व्यक्ति डरता है। इसकी वजह से सांप का विष या जहर। अगर सांप किसी को डंस ले तो उस व्यक्ति के प्राणों का संकट खड़ा सकता है। सामन्यत: ये जीव किसी भी स्थान पर कब और कैसे आ जाए कोई नहीं जानता। यदि भूलवश आपने कभी सांप को मारा है या किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा मारते हुए देखा है तो इसके कई बुरे परिणाम आपको झेलना पड़ सकते हैं।
शास्त्रों के अनुसार सांप को नाग देवता माना जाता है। नाग का संबंध भगवान शिव से है, भोलेनाथ इस जीव को आभूषण की तरह धारण किए हुए हैं। इसी वजह से नाग को पूजनीय और पवित्र देवता माना गया है। भगवान शंकर के अतिरिक्त सृष्टि के पालनहार भगवान श्रीहरि विष्णु भी शेषनाग की शय्या पर विश्राम करते हैं।
ध्यान रहें सांप कभी भी अनावश्यक रूप से किसी को नहीं डंसता है। जब तक सांप को छेड़ा नहीं जाता वह कुछ नहीं करता लेकिन भूलवश ही यदि उसे छेड़ दिया जाए तो वह खुद के प्राण बचाने के लिए हम पर हमला कर सकता है। कई बार जाने-अनजाने कुछ लोगों से सांप की हत्या हो जाती है। वहीं कुछ लोग अन्य लोगों द्वारा अनावश्यक रूप से सांप को मारते हुए देखते रहते हैं तो यह शास्त्रों के अनुसार पाप की श्रेणी में ही आता है।
वेद-पुराण के अनुसार किसी भी जीव की हत्या करना या देखना पाप ही है। सांप की हत्या करने वाले या सांप को मारते हुए देखने वाले को भी कई प्रकार के कष्ट उठाने पड़ सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति के साथ ऐसी घटनाएं हुई हैं तो संभव है कि उसके जीवन में कुछ परेशानियां सामने आती हैं। ज्योतिष में कालसर्प योग बताया गया है, इस योग के बुरे प्रभाव से व्यक्ति को मृत्यु के समान कष्ट भोगने पड़ सकते हैं। ठीक ऐसी ही परेशानियों सांप को अनावश्यक रूप से मारने या उसकी हत्या होते हुए देखने से भी झेलना पड़ सकती है।
भूलवश किसी व्यक्ति के द्वारा ऐसा हो जाता है तो उसे भगवान शिव से क्षमा याचना करते हुए प्रति सोमवार शिवलिंग पर दूध चढ़ाना चाहिए और नाग की मृत्यु से लगे दोष का उचित उपचार करवाना चाहिए।
शास्त्रों के अनुसार सांप को नाग देवता माना जाता है। नाग का संबंध भगवान शिव से है, भोलेनाथ इस जीव को आभूषण की तरह धारण किए हुए हैं। इसी वजह से नाग को पूजनीय और पवित्र देवता माना गया है। भगवान शंकर के अतिरिक्त सृष्टि के पालनहार भगवान श्रीहरि विष्णु भी शेषनाग की शय्या पर विश्राम करते हैं।
ध्यान रहें सांप कभी भी अनावश्यक रूप से किसी को नहीं डंसता है। जब तक सांप को छेड़ा नहीं जाता वह कुछ नहीं करता लेकिन भूलवश ही यदि उसे छेड़ दिया जाए तो वह खुद के प्राण बचाने के लिए हम पर हमला कर सकता है। कई बार जाने-अनजाने कुछ लोगों से सांप की हत्या हो जाती है। वहीं कुछ लोग अन्य लोगों द्वारा अनावश्यक रूप से सांप को मारते हुए देखते रहते हैं तो यह शास्त्रों के अनुसार पाप की श्रेणी में ही आता है।
वेद-पुराण के अनुसार किसी भी जीव की हत्या करना या देखना पाप ही है। सांप की हत्या करने वाले या सांप को मारते हुए देखने वाले को भी कई प्रकार के कष्ट उठाने पड़ सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति के साथ ऐसी घटनाएं हुई हैं तो संभव है कि उसके जीवन में कुछ परेशानियां सामने आती हैं। ज्योतिष में कालसर्प योग बताया गया है, इस योग के बुरे प्रभाव से व्यक्ति को मृत्यु के समान कष्ट भोगने पड़ सकते हैं। ठीक ऐसी ही परेशानियों सांप को अनावश्यक रूप से मारने या उसकी हत्या होते हुए देखने से भी झेलना पड़ सकती है।
भूलवश किसी व्यक्ति के द्वारा ऐसा हो जाता है तो उसे भगवान शिव से क्षमा याचना करते हुए प्रति सोमवार शिवलिंग पर दूध चढ़ाना चाहिए और नाग की मृत्यु से लगे दोष का उचित उपचार करवाना चाहिए।
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