Monday, 2 April 2012

सीएम के गृह जिले में पुलिस फायरिंग, जांच का आदेश ?


firing on Devotees in Etawah three deadजसवंतनगर (इटावा) रामनवमी पर मंदिर में झंडा चढ़ाने को लेकर विवाद के बाद हिंसा पर उतारू भीड़ पर पुलिस-पीएसी फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई और थानाध्यक्ष समेत तीन पुलिस कर्मी और पांच ग्रामीण घायल हो गए। इन्हें मिनी पीजीआई सैफई में भर्ती कराया गया है। मंदिर क्षेत्र में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बल बुला लिए गए हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं.

उग्र भीड़ ने उन पर पथराव कर दिया
जिले के बलरई थाना क्षेत्र के नगला तौर के समीप बीहड़ में ब्रह्माणी मंदिर पर रविवार को करीब साढ़े चार बजे झंडा चढ़ाने को लेकर ग्राम भारद्वाजपुरा और ग्राम सिरसा के ग्रामीण मारपीट पर उतारू हो गए। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों ने बलरई के थाना प्रभारी जयश्याम शुक्ला तथा उनके साथ सिपाहियों की पिटाई कर दी। एसओ को बचाने जब पीएसी के जवान दौड़े तो उग्र भीड़ ने उन पर पथराव कर दिया.
तीन पुलिस कर्मी और पांच ग्रामीण घायल
उग्र भीड़ ने पीएसी कैंप पर भी पथराव किया। पीएसी जवानों ने बचाव में फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान दो लोगों की मौके पर मौत हो गई जबकि एक श्रद्धालु ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा। पुलिस और ग्रामीणों के संघर्ष में थानाध्यक्ष शुक्ला सहित तीन पुलिस कर्मी और पांच ग्रामीण घायल हो गए। मौके पर मरने वालों में मुन्नालाल पुत्र जादूराम निवासी सिरसा तथा गिरंद पुत्र सिपाहीराम निवासी रजमऊ बढ़पुरा शामिल हैं। जबकि सैफई मिनी पीजीआई में मरने वाले की शिनाख्त नहीं हो सकी।
परिजनों को पांच-पांच लाख मदद की घोषणा
इटावा में ब्रह्माणी देवी मंदिर घटना पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मरने वालों के परिजनों को पांच-पांच लाख, गंभीर रूप से घायल को 50-50 हजार व मामूली रूप से घायलों को 20-20 हजार रुपये आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। डीजीपी एसी शर्मा ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और एडीजी कानून-व्यवस्था के साथ ही आईजी कानपुर जोन को मौके पर भेजा गया है। मामले की सीबीसीआईडी से भी जांच कराई जाएगी।

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