लखनऊ- दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी सपा सुप्रीमो से मिलने गुरुवार को लखनऊ आए, उनकी मुलायम सिंह यादव के साथ हुई बातचीत काफी खुशनुमा रही, खबर है कि मुलायम ने
शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी के एक मांग को छोड़ बाकी सभी प्रस्ताव पर अपनी रजामंदी दे दी है.
इमाम से हुई घंटो की चर्चा के बाद मुलायम ने तय किया है कि अखिलेश के इस्तीफे से खाली हुई कन्नौज लोकसभा सीट पर यादव परिवार का कोई सदस्य चुनाव लड़ेगा, लेकिन इसके बदले में प्रदेश मंत्री मंडल में दो मुस्लिम कैबिनेट मंत्री बनाए जाएंगे, यही नहीं
शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी की मांग के बाद अब सूबे के मुस्लिम बाहुल्य जिलों में सभी पदों पर मुस्लिम अधिकारी ही तैनात होंगे.
मुलायम और इमाम के बीच ये भी तय पाया गया की प्रदेश में होने वाले विधान परिषद चुनाव में एक सीट पर जहां
शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी के दामाद उमर उम्मीदवार होंगे वहीं एक और मुस्लिम चेहरा भी सपा की और से उम्मीदवार होगा.
शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी और सपा सुप्रीमो के बीच ये भी तय हुआ है कि 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद यदि सपा केंद्र सरकार में हिस्सेदारी करती है तब इमाम के कोटे से दो मुस्लिम संसद सदस्यों को कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा.
ये तो रही वो शर्तें जिन पर सपा सुप्रीमो मुलायम ने लंबी बातचीत के बाद हां कर दी है, वहीं सूत्रों के मुताबिक
शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने सपा के कद्दावर नेता और मंत्री आजम खान के लिए मुलायम से कहा है कि उन पर लगाम लगाई जाए, सूत्र बताते हैं कि मुलायम ने इस पर भी अपनी सहमती इमाम को दे दी है.
देखना ये होगा कि आजम खान जिनको मुलायम बड़ी मुश्किलों के बाद मना कर सपा में वापस लाए थे और लखनऊ में सपा प्रदेश कार्यालय में इन दोनों से मंच पर ही रो-रो कर गिले शिकवे मिटाए थे. आज
शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी की इस मांग के बाद क्या मुलायम और आजम के बीच वही रिश्ते कायम रहने वाले हैं.
फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम पर आजम की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है, सूत्रों के मुताबिक आजम जल्द ही मुलायम से मिलकर बाद में अपना विरोध जता सकते हैं.आज़म खान ने तो नहीं पर मुलायम सिंह जी ने रख ली शाही इमाम के रुतबे की इज्ज़त ...
No comments:
Post a Comment
अगर आपको किसी खबर या कमेन्ट से शिकायत है तो हमको ज़रूर लिखें !