Thursday 10 May 2012

निर्मल बाबा के खिलाफ अब लखनऊ पुलिस एफआईआर दर्ज ?


लखनऊ- अजीब-ओ-गरीब उपाय बताकर लोगों की परेशानियां दूर करने का दावा करने वाले निर्मल बाबा के खिलाफ अब लखनऊ पुलिस एफआईआर दर्ज करेगी, लखनऊ की एक अदालत ने दो बच्चों की याचिका पर बुधवार को फैसला सुनाते हुए पुलिस को निर्मलजीत सिंह नरुला उर्फ निर्मल बाबा के खिलाफ मुकदमा कायम कर जांच करने के आदेश दिए हैं, लखनऊ पुलिस कोर्ट के आदेश
पर निर्मल बाबा के खिलाफ आज एफआईआर करेगी, देखना होगा कि कुछ दिन पहले एफआईआर करने से इनकार करने वाली लखनऊ पुलिस अब इस मामले की जांच किस तरह करती है.
 उत्तर प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की बेटी तान्या और बेटे ने पिछले महीने गोमती नगर थाने में जाकर निर्मल बाबा के खिलाफ लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने और ईश्वर का भय दिखाकर ठगी करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया था.
 लखनऊ के एसएसपी/डीआईजी आशुतोष पांडेय ने कहा था कि उनके मुताबिक निर्मल बाबा के खिलाफ दोनों बच्चों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकती क्योंकि निर्मल बाबा ने इन बच्चों के साथ कोई धोखाधड़ी नहीं की है, इसके बाद दोनों बच्चों ने स्थानीय अदालत का दरवाजा खटखटाया. 
 गौरतल है कि पिछले महीने ही बिहार के अररिया जिले में पुलिस ने निर्मल बाबा के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज की थी.
निर्मल बाबा को पुलिस ने नहीं दी क्‍लीन चिट समिति ने दिया "नटवरलाल अवॉर्ड"
देश भर में कृपा का कथित कारोबार करने के लिए आलोचना झेल रहे निर्मल जीत सिंह नरूला उर्फ निर्मल बाबा की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं, भोपाल पुलिस की ओर से भेजे गए नोटिस के जवाब में निर्मल बाबा ने राजेश सेन नाम के शख्स के आरोपों से इनकार किया है, अंग्रेजी में भेजे जवाब में निर्मल बाबा ने कहा है, न तो राजेश सेन ने उन्हें कोई धनराशि दी है और न ही वह उनके समागम में गया है, मेरी सलाह किसी के लिए बाध्यकारी नहीं है, इसलिए ठगी करने का आरोप बेबुनियाद है, लेकिन भोपाल के एसपी (सिटी) राजेश सिंह भदौरिया का कहना है कि निर्मल बाबा की सफाई के बावजूद अभी यह मामला खत्म नहीं हुआ है.
  भोपाल के हबीबगंज थाने में राजेश सेन नाम ने निर्मल बाबा के खिलाफ यह कहते हुए शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे नौकरी नहीं मिल रही थी और निर्मल बाब ने उसे सलाह दी थी कि वह काले रंग का पर्स रखे, लेकिन राजेश के मुताबिक ऐसा करने के बावजूद उसे नौकरी नहीं मिली और वह ठगा हुआ महसूस कर रहा है, इसी शिकायत के आधार पर भोपाल पुलिस ने 17 अप्रैल को निर्मल बाबा के खिलाफ नोटिस भेजा था, गौरतलब है कि बिहार में अररिया में निर्मल बाबा के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है और देश के कई थानों में उनके खिलाफ शिकायत की गई है.
  दूसरी ओर निर्मल बाबा की आलोचना का सिलसिला नहीं थम रहा है, "भ्रष्टाचारियों को जय हो भ्रष्टाचार" अवॉर्ड से सम्मानित करने वाले नाग विदर्भ आंदोलन समिति ने निर्मल बाबा को महाठग करार देते हुए उन्हें प्रतीकात्मक तौर पर नटवरलाल अवॉर्ड से सम्मानित किया है, एक व्यक्ति को निर्मल बाबा बनाकर उसे यह अवॉर्ड दिया गया, आयोजक अहमद कादर ने बताया कि 2012 के सबसे बड़े ठग निर्मल बाबा को इस अवॉर्ड के लिए चुना गया, उन्होंने बाबा पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि सरकार कार्रवाई करने से बच रही है.
 निर्मल बाबा को उमा ने बचाया, आज़ाद ने ढोंगी बताया

लोगों की समस्‍याओं के समाधान का दावा करने वाले विवादास्‍पद निर्मल बाबा को भाजपा नेता उमा भारती के रूप में मददगार मिल गया है, भारती ने निर्मल बाबा का सीधे तौर पर समर्थन तो नहीं किया लेकिन कहा कि दूसरे धर्मों में भी इसी प्रकार की सभाएं चलती हैं इसलिए किसी एक को ही निशाना नहीं बनाया जाना चाहिये, उन्‍होंने कहा कि भारत में ही नहीं बल्कि दूसरे देशों मे भी इसी प्रकार की धार्मिक सभाएं आयोजित की जाती हैं, ईसाई और दूसरे अन्‍य धर्मों के जानकार भी अपने भक्‍तों के साथ इसी प्रकार बैठ कर उनकी समस्‍यायों का समाधान करते हैं, तो निशाना सिर्फ निर्मल बाबा पर ही क्‍यों ??
 भाजपा की इस फायरब्रांड नेता ने कहा कि निर्मल बाबा को अकेले निशाना बनाया जाना गलत है, जो नियम बने वह सबके लिए बने,  किसी एक को इस तरह देखा नहीं जाना चाहिये, उन्‍होंने कहा कि अगर निर्मल बाबा को रोकना है तो दक्षिण भारत में पॉल दिनाकरण को भी रोका जाना चाहिए.
 वहीं दरभंगा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य और बीजेपी के नेता कीर्ति आज़ाद ने निर्मल बाबा को ढोंगी करार दिया है, निर्मल बाबा को लेकर उमा भारती के बयान के बाबत पूछे जाने पर आज़ाद ने कहा, मुझे यह नहीं मालूम क्या उमा जी ने क्या कहा, निर्मल बाबा कौन है ? वही जो गोलगप्पे खिलाते हैं ? हम सभी को ढोंगी बाबा से सावधान रहना चाहिए, असली बाबा ऐसे टीवी पर नहीं आते, वे जंगलों-पहाड़ों और बनारस जैसी जगहों पर मिलते हैं.
 उधर नागपुर  क्राइम ब्रांच ने निर्मल बाबा के खिलाफ शिकायतों की जांच शुरू कर दी है, शिकायत अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने दर्ज करवाई है, गुरुवार को क्राइम ब्रांच के अफसर समिति के अध्‍यक्ष उमेश चौबे के पास पहुंचे और जांच-पड़ताल की.
अगर है तीसरी आंख तो निर्मल बाबा दें 10 सवालों के जवाब ?

नागपुर- दैवीय शक्ति के बल पर समस्याओं के निराकरण का दावा करने वाले निर्मल बाबा के खिलाफ की गई शिकायत की जांच अपराध शाखा के आर्थिक विभाग ने बुधवार से शुरू कर दी है, वरिष्ठ समाजसेवी उमेश चौबे द्वारा की गई शिकायत के आधार पर यह जांच शुरू की गई है.
  शिकायत में कहा गया था कि निर्मल बाबा नागरिकों की भावनाओं से खिलवाड़ कर अंधविश्वास फैला रहे हैं, उमेश चौबे ने पत्र परिषद लेकर बाबा को चुनौती दी थी कि वे अपनी तीसरी आंख से पापड़ फोड़ कर दिखाएं, उसके बाद पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपे थे.
 गौरतलब है कि फारेस्ट ऑफिसर को ऑप सोसायटी के आनंदराज धारीवाल ने भी गिट्टीखदान थाने में शिकायत की थी, धारीवाल ने साफ तौर अपनी शिकायत में बाबा के ठगने का आरोप लगाया है.

पुलिस जाएगी दिल्ली- बहुचर्चित निर्मल बाबा प्रकरण की गूंज नागपुर में सुनाई दी थी, निर्मल बाबा के खिलाफ कई लोगों ने आवाज बुलंद की थी, आखिर सच्चाई क्या है, यह खंगालने में नागपुर पुलिस भी जुट गई है.
  प्रकरण के सिलसिले में गुरुवार को शहर पुलिस दल के एक अधिकारी ने अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निमरूलन समिति के कार्याध्यक्ष उमेश चौबे से तकरीबन एक घंटे तक गहन चर्चा करने के बाद उनका बयान दर्ज किया है.
  सूत्रों से पता चला है कि नागपुर पुलिस का यह दल जल्द ही निर्मल बाबा से पूछताछ करने उनके निवास स्थान दिल्ली जाएगा, समिति ने निर्मल बाबा के खिलाफ 15 दिन पहले शहर पुलिस आयुक्त डा. अंकुश धनविजय को ज्ञापन सौंपा था.
  उस समय पुलिस आयुक्त ने समिति के प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया था कि पुलिस इस मामले की जांच करेगी, शिकायत को लेकर गत 19 अप्रैल को अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने पुलिस आयुक्त कार्यालय में शिकायत करते हुए बाबा के खिलाफ लोगों को बरगलाने का प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की थी.
निर्मल बाबा 10 प्रश्नों के जवाब दें
  समिति के कार्याध्यक्ष चौबे ने कहा कि निर्मल बाबा ने जिस तरीके का सहारा लिया है वह गलत है, यदि उन्हें सचमुच तीसरी आंख हैं, तो वे समिति के कुछ प्रश्नों के जबाब दे दें, जैसे भुने पापड़ को तोड़ने के बाद जोड़े, बंद लिफाफे के भीतर लिखे कागज में क्या लिखा गया है, लिफाफे के भीतर नोटों की संख्या व उनके नंबर आदि सहित 10 प्रश्नों के जबाब उन्हें देना चाहिए, यदि उन्हें तीसरी आंख है और वे दैवीय शक्ति मिलने की बात करते हैं, तो उन्हें यह चीजें करने में आसानी होनी चाहिए.

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