इंदौर- इंसान हो या पशु मां तो मां ही होती है, मां के बिना जी रहे बच्चे की तड़प जू में देखी जा सकती है, यहां केवल एक दिन का लंगूर का बच्चा लाया गया था, इस नन्हे की मां की मौत करंट लगने से हो गई थी, मां की याद में दिन-रात तड़पता बच्चें बिना कुछ खाए पिए ही दिन निकाल रहा था.
इसकी जान बचाने के लिए जू के कर्मचारियों ने मां के ममतामयी स्पर्श की व्यवस्था की, लंगूर के इस बच्चे के लिए टेडी बियर लाया गया, नन्हे लंगूर को इसमें मां का रूप व प्रेम नजर आया, दिनभर वह उससे ही लिपटा रहता मानो मां की गोद का एहसास उसे मिल रहा हो.
यहां तक कि वह खाना भी इस टेडीनुमा मां के पास ही बैठ कर खाता है, जू के कर्मचारियों का कहना है एक सप्ताह का होने के बाद इस टेडी को अपनी मां समझता बच्च अब ज्यादा रोता भी नहीं है, वह ठीक से दूध पीने के साथ खाना भी खाने लगा है, जू के अधिकारी जल्द ही इस बच्चे का नामकरण भी करेंगे.
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