इंदौर- ऑस्ट्रेलिया से इंदौर घूमने आए दंपती पर रेसकोर्स रोड पर बर्बरतापूर्ण हमला करने वाले आरोपियों को एक दिन में ही रविवार को जमानत मिल गई, कारण यह रहा कि पुलिस ने मामले में मारपीट, गाली-गलौज व धमकी की धाराएं लगाई थीं, दंपती का आरोप है कि समझौते के लिए कांग्रेस नेताओं का दबाव आ रहा है, उधर, नेता प्रतिपक्ष व प्रदेश प्रवक्ता सहित अन्य नेता रविवार को थाने भी पहुंचे लेकिन मीडिया के कैमरे देख इधर-उधर हो गए, जहां हम एक तरफ 'अतिथि देवो भव:' कहते हैं, वहीं दूसरी ओर पर्यटकों के साथ ऐसी ओछी हरकतें देश को भी शर्मिंदा कर देती हैं.
सिडनी में दो साल से रह रहे ट्रेवल एजेंसी संचालक अमित शर्मा व उनकी गर्भवती पत्नी निकिता पर शनिवार रात छात्र अमन राजपूत, उसके भाई मोहित व अन्य ने हमला किया था, राह चलते लोगों ने उन्हें बचाया और दो हमलावरों को हथियारों सहित पकड़कर पुलिस को सौंपा, निकिता ने बताया हमलावरों के पास पिस्टल, चाकू और बेसबॉल के डंडे थे, यह सब उन्होंने कार में डालकर चाबी फेंक दी थी, पुलिस ने इसके बावजूद आर्म्स एक्ट की धारा नहीं लगाई.
पुलिस हमसे कहती है कोई मरा तो नहीं- दंपती ने कहा हम थाने गए, दर्द के मारे बैठ भी नहीं पा रहे थे, पुलिस ने बयान लिए लेकिन अस्पताल नहीं पहुंचाया, हम अस्पताल गए तो वहां पुलिसवाले कहने आए कि हत्या के प्रयास की धारा नहीं लगा सकते, अगर लगवाना है तो डॉक्टर से लिखवाओ कि गर्भस्थ शिशु को खतरा हो गया है, हमने कहा हमला जान लेने के लिए किया था तो पुलिसवाले बोले कोई मरा तो नहीं ना...
कांग्रेस नेता थाने पहुंचे- रविवार दोपहर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष अभय वर्मा व कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा अन्य नेताओं के साथ तुकोगंज थाना पहुंचे, बताया गया है उन्होंने पुलिस पर समझौता कराने का दबाव बनाया, अमित ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता समझौते के लिए दबाव बना रहे हैं, मेरे बच्चे की जान पर बन आई और मैं समझौता कर लूं? जिन लड़कों ने हमला किया उनके घर वाले मिलने आए थे, हमारी हालत देख उन्हें भी दया आ गई...
क्या ऑस्ट्रेलिया की एंबेसी में मिलेगा इंसाफ- अमित ने कहा मैं दो साल से सिडनी में हूं, सुनते थे जब वहां किसी भारतीय पर हमला होता था तो यहां जबर्दस्त रिएक्शन होता था, मेरे साथ भारत में अपने शहर में ही ऐसा हमला हुआ अब क्या मैं इंसाफ के लिए ऑस्ट्रेलिया की एंबेसी में शिकायत करूं? बाद में बढ़ा देंगे धारा- तुकोगंज टीआई अशोक तिवारी का कहना है हम पर कोई दबाव नहीं है, डॉक्टर की रिपोर्ट पर ही तय होगा कि धारा बढ़ेगी या नहीं, बेसबॉल के डंडे और चाकू मिला है, पिस्टल नहीं मिली, आर्म्स एक्ट की धारा बाद में बढ़ा देंगे, बाकी दो आरोपियों की तलाश अमन के मोबाइल की कॉल डिटेल से करेंगे...
परिचित को देख रुक गए थे- मीडिया ने जब श्री वर्मा से बात की तो उनका कहना था मैं समझौता कराने नहीं गया, मैंने थाने के बाहर परिचितों की भीड़ देखी तो मिलने चला गया, उधर श्री सलूजा का कहना है थाने के बाहर कांग्रेस नेता मनोहर धवन (प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य) के बच्चे खड़े थे तो उन्हें देख मैं माजरा जानने के लिए रुक गया, अमन के पिता श्री धवन के साढ़ू भाई हैं, हमने समझौते के लिए दबाव नहीं बनाया...