आज श्रीहरन उर्फ मुरुगन, टी. सुथेन्द्रराजा उर्फ सान्तन, एजी पेरारिवलन उर्फ अरिव, नलिनी की रिहाई कि खबर को सुनकर जहाँ अफ़सोस हुआ, वहीँ एक ख़ुशी भी हुई के देश मैं सिर्फ मुस्लिम ही लाचार नहीं है बल्कि इस देश कि सियासत के सामने देश कि सबसे बड़ी ताक़त भी लाचार है ?
आज हक़ीक़त मैं यह सबके सामने आगया ? के देश का कानून हक़ीक़त मैं अँधा और लाचार है जो देश के तीसरे सबसे बड़े मुजरिम को तीसरा सबसे बड़ा जुर्म करने के बाद भी बेगुनाह का ख़िताब देकर बा इज़ज़त बरी कर रहा है ?
क्या वजह है जो देश की सबसे बड़ी ताक़तवर सख्सियत का ख़िताब रखने वाली हस्ती भी आज इन्साफ से महरूम रही ? क्या वजाह है जो आज देश को श्रीहरन उर्फ मुरुगन, टी. सुथेन्द्रराजा उर्फ सान्तन, एजी पेरारिवलन उर्फ अरिव, नलिनी जैसे बड़े मुजरिम के सामने कमज़ोर नज़र आयी ?
क्या सरकार मैं सबसे बड़ी हैसियत रखने वाली शख्सियत आज देश मैं सबसे ज़यादा कमज़ोर है ?
श्रीहरन उर्फ मुरुगन, टी. सुथेन्द्रराजा उर्फ सान्तन, एजी पेरारिवलन उर्फ अरिव, नलिनी के पैरों करों को क्या कहूं मैं अलफ़ाज़ नहीं है मेरे पास। ...
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