दोस्तों आज तक मेरी समझ मैं एक बात नहीं आयी के देश मैं हिन्दू मुस्लिम्स के बीच की मुहब्बत को किसकी नज़र लगी है ?
क्या यह अमेरिका का किया धरा है क्यूंकि जबसे अमेरिका से हमारे देश की दोस्ती हुई है तभी से देश मैं हिन्दू मुस्लिम अलग दिशा मैं जाने लगे हैं दोनों ने अपनी दिशा अलग अलग कर ली है, क्यूंकि पहले देश मैं जब चुनाओ होते थे तब मुद्दा होता था रोटी कपडा और मकान लेकिन आज देश मैं राजनीती का मुद्दा होता है मंदिर और मस्जिद ?
क्या जो देश को अपने कब्ज़े मैं रखने के लिए अंग्रेज़ नहीं कर पाये वोह अमेरिका करना चाहता है यानि के दोनों को बाँट कर देश पर हुकूमत ?
क्यूंकि आज तक इस देश मैं जो हमारे हुकुमरान को नहीं मिला वोह सब अमेरिका के लोग दूर बेठ कर जानते हैं हमारे देश मैं क्या क्या है, इसको सोने कि चिड़िया क्यूँ खा जाता था इसके देश के दिल मैं वोह सब कुछ है जो दुनियां के बाकि देशों मैं नहींहै कब जागेंगे हमारे देश के सिपेहसालार ?
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