Wasim Akram Tyagi
जब किसी खालिद मुजाहिद का कत्ल होता है, किसी मुजफ्फरनगर, किसी गुजरात, किसी धूले में सांप्रदायिक दंगा होता है, जब मुस्लिम आरक्षण की बात आती है, तो बार बार सवाल उठता है कि मुस्लिम नेता आखिर कहां हैं ? यह सवाल उस अक्सर उस नौजवान पीढ़ी की ओर से उठाया जाता है जिसे लीडरशिप चाहिये, जिसे अपना नेता चाहिये, यह पीढ़ी दलित आंदोलन में, पर्यावरणवादियों में, मानवअधिकार कार्यकर्ताओं में और सभी तरह के आंदोलनों में
मुसलमानों की भागीदारी और उनकी अगुवाई देखना चाहती है। लेकिन वे एसे किसी मुस्लिम नेता को खोज पाने में असमर्थ रहे हैं, जिसका राष्ट्रीय स्तर का व्यक्तित्व हो और अगर मुस्लिम नेता हैं भी तो , उन्हें पार्टियों ने चुनाव वाले दिन मुसलमानों को घर से निकालकर पोलिंग बूथ तक पहुंचाने की जिम्मेदार सोंप रखी है, अथवा ये धार्मिक संगठनों के सद्सय् हैं, जिनके लिये एक हद से ज्यादा प्रभाव विस्तार संभव नहीं है। अपनी इसी खूबी या खामी की वजह से ये दूसरे संगठनों और आंदोलनों तक अपनी पहुंच नहीं बना पाते। क्योंकि उनके मूल संगठन उन्हें इसकी इजाजत नहीं देते। उदाहरण के तौर पर कांग्रेस को ही ले लीजिये यहां मुसलमानों का नेतृत्व के संकट या इस समुदाय में नेतृत्व के विकसित नहीं होने के पीछे प्रमुख कारण हैं कांग्रेस में सिर्फ उन्हीं मुस्लिम नेताओ को प्रमोशन संभव है, जो मुस्लिम वोट बैंक को कांग्रेस के दरवाजे तक खींच लाने में उनकी मदद करे। लेकिन ऐसा करते हुऐ वे जानते हैं कि उन्हें मुसलमानों के बीच समुदाय सेवा करने में कोताही का जिम्मेदार ठहराया जायेगा भला कैसे इस बात को समझायेंगे ? कि अधिकतर समय कांग्रेस के शासन के बावजूद वे पिछड़े क्यों हैं ? इसलिये भारत की मुस्लिम आबादी, जो लगभग अठारह प्रतिशत है, में एक ऐसे नेता का अभाव है जिसपर पूरा समुदाय यकीन कर सके। अब जबकि ऐसा कोई मुस्लिम नेता नहीं है, तो भला मुसलमानों के मामले और उनकी समस्याऐं राष्ट्रीय पर कौन रखे ? इनकी मांगों के लिये कौन लड़े ? फिर जब नीतियां बनती हैं या तय होती हैं, उस दौरान उनके मामलों पर बातचीत करने के लिये उनकी जरूरतें और उनकी मांगें रखने के लिये इन विचार – विमर्श समुहों में उऩकी बात कौन रखे ? दरअस्ल, मुस्लिम समुदाय एक एसे नेतृत्व के अभाव के संकट से गुजर रहा है, जो न सिर्फ इसकी तात्कालिक परेशानियों को देख व समझ सके, बल्कि उसके दूरगामी हितों और विकास की रूपरेखा भी बना सके, ताकि लोग उसकी अगुवाई में अपने वैध हितों के लिये संघर्ष कर सकें और एक बड़े समाजिक न्याय आंदोलन में अपनी हिस्सेदारी निभा सके।
Muslim leader, but where?
When someone is murdered, a Mujahid Khalid of muzaffarnagar, a communal riot in Gujarat, dhule, when it comes to Muslim reservations, again raises the question that Muslim leader after all where? This is a question that is often raised on behalf of the young generation that leadership, that their leader, this generation Dalit movement, environmentalists, manvaadhikar workers and the involvement of Muslims in all movements and wanted to see led. but they are unable to find a a Muslim leader, whose national-level personality and even if Muslim leader The parties election day by polling booth by removing from home to Muslims is responsible of somp, or these religious organizations over a ledge for sadsay, which effect expansion is not possible due to its corresponding advantage or drawback. these other organizations and movements do not create their unattended. because their original organization allowing it. for example, the Congress take the lead the Muslims here. Crisis or not develop leadership in this community are the leading cause behind the launch ceremony to those Muslim in Congress just promotion, which drag the Muslim vote bank to help them bring the door of Congress. but do huai they know them to serve the growing community among Muslims will not be held responsible for how this thing samjhayenge? That most of the time despite the rule of Congress why backward? So India's Muslim population, which is approximately Eighteen per cent, in the absence of a leader that can make sure the full community. now that a Muslim leader, good Muslims who put their case and samasyaain national? Who fought for their demands? Then when policies are created or determined, to discuss their cases while their needs and their demands to keep these thoughts – who speak in unki samuhon discussions held? Led to a lack of a daraasla, the Muslim community is going through a crisis, which not only looking at its immediate troubles and understand, but also outlines his far-reaching interests and development can also create, so that people in its struggle to fulfill the legitimate interests and play a big social justice movement in its share. (Translated by Bing)
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