तीसरे मोर्चे का गठन अब एक असलियत है। लेफ्ट पार्टियों समेत कुल 11 पार्टियों ने मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के महासचिव प्रकाश कारात ने कई नेताओं की मौजूदगी में इसका ऐलान किया।
तीसरे मोर्चे में 11 पार्टियां साथ आई हैं। एआईएडीएमके, एसपी, जेडीयू, जेडीएस और लेफ्ट दिल्ली में मिले और एक साझा घोषणापत्र
जारी किया। प्रकाश कारात ने कहा कि बीजेडी और असम गण परिषद भी थर्ड फ्रंट में शामिल है।
प्रकाश कारात ने कहा कि देश को कांग्रेस का विकल्प चाहिए लेकिन वह बीजेपी नहीं हो सकता क्योंकि बीजेपी और कांग्रेस में कोई खास फर्क नहीं है, इसलिए हम 11 दल मिलकर एक विकल्प देंगे।
इस ऐलान के वक्त मंच पर समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव, जेडी (एस) के एचडी देवेगौड़ा और जेडी (यू) के शरद यादव भी मौजूद थे। प्रकाश कारात ने कहा, 'नरेंद्र मोदी को किसी भी कीमत पर सत्ता में आने से रोकना होगा। हम सब मिलकर काम करेंगे।'
शरद यादव ने कहा, 'यह थर्ड नहीं बल्कि फर्स्ट फ्रंट है। हमारे यहां कभी कोई झगड़ा नहीं हुआ, हमने तीन-तीन बार प्रधानमंत्री का चुनाव किया है।' थर्ड फ्रंट के नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा, इसका फैसला चुनाव के बाद होगा।
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