Sunday, 21 February 2016

जाट आन्दोलन, सरकार ख़ामोश क्यूं?




रोहतक(हरियाणा)। रिजर्वेशन की मांग पर अड़ी जाट कम्युनिटी के आंदोलन की वजह से राज्य में हालात बिगड़ गए हैं। शुक्रवार को रोहतक में जमकर हिंसा हुई। आंदोलनकारियों ने कई दुकानें और गाडियां फूंक दी। इस आन्दोलन की वजह
से कई लोगों की रोजी-रोटी छिन गई तो कहीं शादियां रुक गई।

विधवा की दुकान में लगा दी आग
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रोहतक में रहने वाली चंचल बताती हैं कि, "मैं विधवा हूं, मेरी दो बेटियां हैं। डेढ़ वर्ष पहले पाई-पाई जोड़कर कर्ज उठाकर मैंने एक छोटा सा ढाबा बनाया, लेकिन किसी ने शटर व सामान तोड़कर इसमें आग लगा दी। सूचना मिलने पर मैं दौड़ी-दौड़ी आई। लोगों के सामने गिड़गिड़ाई कि कोई तो आग बुझाने में मदद करो। फायर ब्रिगेड को फोन किया, उन्होंने भी आने से इनकार कर दिया। मैंने भाग-भागकर पानी डाला, मिट्टी डाली, लेकिन आग नहीं बुझी। जिससे भी मदद मांगी तो केवल एक ही जवाब था-हम नहीं आ सकते। हर किसी ने खुलकर मनमर्जी चलाई, लेकिन उन्हें रोकने वाला कोई नहीं था।"

मरीज बनकर शादी में पहुंचे बाराती
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जाट आरक्षण को लेकर लगी आग के बीच करनाल में एक अनोखी शादी हुई। जगह-जगह जाम और हिंसक घटनाओं के बीच कहीं से भी कोई रास्ता खुला न होने की वजह से लोगों ने बारात पहुंचने की सारी उम्मीदें छोड़ दी थी। आन्दोलनकारियों से बचने के लिए दुल्हे ने ऐसी तरकीब लगाई की सभी हैरान हो गए। इस शादी में सभी बाराती मरीज बनकर पहुंचे।
ये शादी 18 फरवरी को होनी थी और बारात रोहतक से करनाल पहुंचनी थी। बारात के स्वागत के लिए लड़की वालों ने लाखों रुपये खर्च कर चुके थे। दुल्हे ने रोहतक के अस्पताल से चार एंबुलेंस ली और फर्जी मरीज बनाकर उन्हें दिल्ली के लिए रेफर कराया।
फिर दिल्ली से होते हुए करनाल पहुंचे। यहां पर पर दोनों ने पूरे विधि- विधान के साथ शादी की। इस शादी में दुल्हन ने ना तो श्रृंगार किए और ना ही लाल जोड़ा पहना। दूल्हा भी सामान्य कपड़े पहन दुल्हुन को अपने घर ले आया। इसी प्रकार बारातियों को भी बीमार बनाकर यहां से रवाना किया, ताकि जाम लगाने वाले उन्हें रास्ता दे दें।

शादी में नहीं शामिल हो सके रिश्तेदार
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दुल्हे का कोई भी रिश्तेदार शादी समारोह में शामिल नहीं हो सका। उन्होंने सभी रिश्तेदारों को फोन पर सीधे करनाल पहुंचने के लिए कहा गया था। लेकिन हर तरफ जाम की होने की वजह से कोई भी रिश्तेदार करनाल भी नहीं पहुंच सका। देर रात दिल्ली से होते हुए बाराती और दूल्हा-दुल्हन किसी प्रकार रोहतक पहुंचे।

सांसद सैनी की कोठी पर हमला, पडा़ेसी भी नहीं बख्शे
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करीब 50 युवा शुक्रवार शाम सात बजे के हाथों में डंडे, पत्थर और ईंटें लेकर सांसद राजकुमार सैनी की कोठी पर पहुंचे और पथराव कर शीशे तोड़ दिए। भीड़ ने सांसद सैनी की कोठी के अलावा पड़ोसियों की कारों के शीशे भी तोड़ दिए और सांसद सैनी के खिलाफ नारेबाजी भी की। पड़ोसी संदीप गर्ग ने बताया कि वे अपनी कोठी के अंदर ही थे। उन्होंने शोर सुनाई दिया। बाहर निकले तो भीड़ थी, भीड़ में शामिल लोग सांसद राजकुमार सैनी की कोठी पर पथराव कर रहे थे। फोन करने के 20 मिनट बाद पुलिस पहुंची। तब तक हमलावर जा चुके थे।

होटलों, दुकानों में आगजनी
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उपद्रव के बीच कई होटल, दुकानों में आगजनी हुई। 100 से ज्यादा बाइक, कार, ट्रक व बसें फूंकी गईं। पुलिस की गाड़ी और दिल्ली बाईपास स्थित आईजी आवास को भी निशाना बनाया गया।


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