Wednesday, 10 August 2016

भारत क्या है स्विस बैंक की निगाह मैं ?

भ्रष्टाचार और स्विस बैंक, भारतीय गरीब है लेकिन भारत देश कभी गरीब नहीं रहा - ये कहना है स्विस बैंक के डाइरेक्टर का. स्विस बैंक के डाइरेक्टर ने यह भी कहा है कि भारत का लगभग 280 लाख करोड़ रुपये उनके स्विस बैंक में जमा है, ये रकम इतनी है कि भारत का आने वाले 30 सालों
का बजट बिना टैक्स के बनाया जा सकता है.
या यूँ कहें कि 60 करोड़ रोजगार के अवसर दिए जा सकते है, या यूँ भी कह सकते है कि भारत के किसी भी गाँव से दिल्ली तक 4 लेन रोड बनाया जा सकता है।
ऐसा भी कह सकते है कि 500 से ज्यादा सामाजिक प्रोजेक्ट पूर्ण किये जा सकते है, ये रक़म इतनी ज्यादा है कि अगर हर भारतीय को 2000 रुपये हर महीने भी दिए जाये तो 60 साल तक ख़त्म ना हो.
यानी भारत को किसी वर्ल्ड बैंक से लोन लेने कि कोई जरुरत नहीं है, जरा सोचिये ? हमारे भ्रष्ट राजनेताओं और नोकरशाहों ने कैसे देश को लूटा है और ये लूट का सिलसिला अभी तक 2011 तक जारी है.
इस सिलसिले को अब रोकना बहुत ज्यादा जरूरी हो गया है, अंग्रेजो ने हमारे भारत पर करीब 200 सालो तक राज करके करीब 1 लाख करोड़ रुपये लूटा.
मगर आजादी के केवल 64 सालों में हमारे भ्र्ष्टाचार ने 280 लाख करोड़ लूटा है, एक तरफ 200 साल में 1 लाख करोड़ है और दूसरी तरफ केवल 64 सालों में 280 लाख करोड़ है, यानि हर साल लगभग 4.37 लाख करोड़, या हर महीने करीब 36 हजार करोड़ भारतीय मुद्रा स्विस बैंक में इन भ्रष्ट लोगों द्वारा जमा करवाई गई है.
भारत को किसी वर्ल्ड बैंक के लोन की कोई दरकार नहीं है, सोचो की कितना पैसा हमारे भ्रष्ट राजनेताओं और उच्च अधिकारीयों ने ब्लाक करके रखा हुआ है...
अब सोचो ज़रा इतना रूपया अगर भारत वापस आ जाये तब क्या होगा ?
मौजूदा सरकार भी यही सब झूंठे ख़्वाब दिखाकर जनता को सत्ता मैं आई थी, बड़े बड़े भाषण, बोल ओर जुमले छोड़े थे, कहां है अब भ्रष्टाचारियों का कालाधन, जवाब है पहले हमने लूटा अब तुम लूट लो, मगर ये कालेधन का मुददा पर चुनावी रहने दो. ...
एस एम फ़रीद भारतीय
संयोजक- "आओ मिलकर आवाज़ दें मोर्चा"

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