Friday, 24 November 2017

बिन ब्याही मां की आप बीती पूरा सच ?

कैथरीन के साथ उस शख़्स ने बलात्कार किया जिसे वह अपना दोस्त समझती थीं.
इसके बाद वह वह गर्भवती हो गईं. कैथरीन ने बताया कि उन्होंने गर्भपात क्यों नहीं कराया और वह अपने बच्चों की आंखों में क्यों नहीं देख पाती हैं.
मैं दो बच्चों वाली एक सिंगल पेरेंट थी. मैं उसे जानती
थी. हम दो साल से दोस्त थे, एक दोस्त ने हमें मिलवाया था. इसके बाद हमारे बीच सामान्य सी दोस्ती हो गई.
मैंने अपने इस दोस्त को साफ़-साफ़ बता दिया था कि मैं किसी भी तरह का रिलेशनशिप नहीं बनाना चाहती. मैं अपने दम पर जीना चाहती थी और दोस्ती के लिए तैयार थी.
मैं एक दिन अपने इस दोस्त के घर पर थी. इस दिन कुछ अजीब हुआ. मैंने उसे कुछ इस तरह अपने अपने करीब पाया जिससे मैं सहज नहीं थी.
मैं उससे दूर हटी, मैं उसे धक्का देना चाहती थी. लेकिन ये बेहद तेजी से हुआ. मैं कुछ न कर सकी. मैं डर की वजह से सन्न रह गई. मैंने आगे विरोध नहीं किया.
ये कुछ ऐसा था कि मैं सन्न थी जबकि मुझे उसके साथ संघर्ष करना चाहिए था. फिर... वह खड़ा हो गया और अपने घर से बाहर निकलकर कार में बैठकर कहीं चला गया.
उसने मुझसे कोई बात नहीं की. मैं चलते हुए अपने घर पहुंची. मैं घायल थी. उस वक्त मुझे ये नहीं पता था कि मैं कितनी बुरी तरह घायल थी.
क्योंकि मैं एक ऑटो पायलट की तरह चल रही थी. मैं अपने घर जाना चाहती थी.
मैं सोचती हूं कि अगर आप चलने में सक्षम हों तो आप उस जगह जाना चाहेंगे जो आपकी अपनी हो. मैंने अपने बच्चों को पहले ही अपने पड़ोसी के घर पर छोड़ा हुआ था.
इसलिए जब मैं घर पहुंची तो मेरे बच्चे बगल वाले घर में सो रहे थे... जो मेरे लिए सुकून की बात थी. मैंने इस बारे में किसी से बात नहीं की.
मुझे लगा कि सभी लोग इसमें मेरा ही दोष बताएंगे और कहेंगे कि मैंने खुद को इस स्थिति में डाला. इसीलिए, मैंने इस बारे में पुलिस को नहीं बताया.
अगले दिन मैं उससे पूछना चाहती थी कि उसने ऐसा क्यों किया... ये सुनने में बेहद अजीब लग सकता है. उसने बताया कि उसे इस घटना के बारे में कुछ भी याद नहीं है.
उसने इससे इनकार नहीं किया लेकिन ये भी कहा कि उसे कुछ भी याद नहीं है. लेकिन उसने कभी भी नहीं कहा कि ये सच नहीं था. मैंने किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी.
मुझे याद भी नहीं है कि अगर मैंने कभी पूरी तरह प्रतिक्रिया दी हो. मेरा ध्यान हमेशा मेरे बच्चों पर रहा है.
मुझे लगता है कि इससे मैंने अपने बच्चों पर दोबारा ध्यान देना शुरू कर दिया. मैंने कहा कि मैं गर्भवती हूं और ये तुम्हारा बच्चा है.
मुझे अपेक्षा थी कि वो इससे इनकार कर देगा लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. उसने कभी मेरे गर्भवती होने की वजह को नहीं माना.
लेकिन उसने कभी-भी इसे अपना बच्चा मानने से इनकार नहीं किया. मैंने गर्भपात कराने पर विचार नहीं किया जबकि मैं जानती थी कि ये एक विकल्प है.
मैं गर्भपात की विरोधी नहीं हूं क्योंकि मेरे हिसाब से ये एक व्यक्तिगत तरजीह का विषय है.
लेकिन मुझे लगा कि दो बच्चों के रहते हुए तीसरी अनचाहे बच्चे के आने से होने वाली तकलीफ़ गर्भपात कराने के बाद होने वाले दुख से कम होगी.
ये सोचना बेहद खुदगर्जी से भरा था क्योंकि मैं अपने बच्चे की ज़िंदगी के बारे में नहीं सोच रही थी. मैं गर्भपात के मुद्दे पर नैतिक रूप से नहीं सोच रही थी.
मैं सोच रही थी कि रेप और गर्भपात के साथ जीने की अपेक्षा रेप और बच्चे के साथ जीना बेहतर रहेगा. मेरे साथ मेरा परिवार नहीं था.
जब लोगों को पता चला कि मैं गर्भवती हूं... सिंगल हूं. और गर्भवती होने का कारण नहीं बता रही हूं तो लोगों ने मेरे बारे में राय बनाना शुरू कर दिया.
मुझे पता चला कि लोगों ने मेरे बारे में तरह-तरह की बातें करनी शुरू कर दी है.
ये सब सुनना बेहद कष्टप्रद था क्योंकि मैं लोगों को ये नहीं बताना चाहती थी कि मेरा रेप हुआ है.
उस वक्त दूसरा विकल्प ये था कि मैं लोगों को बताऊं कि ये वन-नाइट स्टैंड की वजह से हुआ है. मैं इसके साथ भी नहीं जुड़ना चाहती थी लेकिन उस वक्त ये बेहतर लगा.
जब मैंने पहली बार अपने बच्चे को बाहों में लिया तो मैं देखती रह गई क्योंकि उसकी आंखें अपने पिता जैसी थीं.
वह जैसे-जैसे बड़ा हुआ तो उसकी आंखें अपने पिता जैसी लगने लगी हैं. और बलात्कार के बारे में जो चीज सबसे ज़्यादा याद है तो वो आंखें हैं.
उसकी और मेरे बच्चे की आंखें बेहद बड़ी और प्रभावशाली आंखें हैं. वह अपने पिता के बारे में नहीं पूछता है.
लेकिन स्कूल के एक प्रोजेक्ट के लिए उसे अपने पिता के बारे में जानना था जो कि मेरे लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था. आप कुछ भी करें आपकी ज़िंदगी उससे प्रभावित होगी.
अगर आप अपने बच्चे को किसी को गोद दे दें तो आपकी पूरी ज़िंदगी इससे प्रभावित होगी. अगर आप गर्भपात करा दें तो भी आपकी ज़िंदगी प्रभावित होगी.
अगर बच्चे को जन्म देकर उसे पालें तब भी पूरी ज़िंदगी इससे प्रभावित होगी.
ऐसे में मेरे साथ बलात्कार ने जो नुकसान पहुंचाया उससे निकलकर आने वाली सकारात्मक चीज़ मेरा बच्चा है.
ये फैसला मेरे लिए ठीक रहा लेकिन ये सभी के लिए काम नहीं करेगा.
(पूरी कहानी सच है बस पहचान छुपाने के लिए पीड़िता का नाम बदल दिया गया है.)

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