एस एम फ़रीद भारतीय
दोस्तों आपने अलादीन के चिराग के बारे में तो सुना होगा कि कैसे उसमें से एक जिन्न निकलता है, और अलादीन के हर हुक्म को मानता है, अब इस बात में कितनी
सच्चाई है,क्या सच में कोई अलादीन था? हालांकि यह कहानी सिर्फ किताबों तक ही सिमित है ।
हैलो! दोस्तों आज का हमारा टोपिक बेहद मज़ेदार है । जो आज मैं यहां बात करने वाला हूं, शायद आप पहले से जानते हों,अगर जानते भी होंगे तो मुझे उम्मीद है कि आप इस पोस्ट को ज़रूर पसंद करेंगे। तो दोस्तों वक़्त को देखते हुए चलिए शुरू करते हैं।
इंसान से पहले दुनिया में जिन्नात आये खुदा ने जब दुनिया को बनाया था तो बहुत कम लोग जानते होंगे, कि इंसान से पहले इस दुनिया में एक मखलूक़ का वजूद था, उस मखलूक़ को हम सब जिन्नात के नाम से जानते हैं। यह उस वक़्त की बात है,जब दुनिया में इंसान नाम की कोई चीज़ वजूद में नही आई थी। यह सब बातें जो मैने ऊपर कही हैं इनका सुबूत मौजूद है ऐसा नही है, कि कोई भी इंसान आये और इसको झुटला दे,इंसान की सोच होती ही है ऐसी,कि हर किसी को अपनी बात रखनी है,फिर चाहे उन बातों का कोई सुबूत न हो।
सबको हक़ है की वह अपने रब को पहचाने
मगर दोस्तों मेरा यहां आपसे जानकारी शेयर करना ज़रूरी है क्योंकि मुझे लगता है कि इंसान को अपनी अक़्ल को खुदा के सूबूतों के मुक़ाबले में नही लाना चहिए। इंसान यहीं से गुमराह मालूम होता है कि, उसे अदालत में तो सुबूत चाहिए,मगर अपने रब को पहचानने के लिए अगर इंसान को सुबूत भी दे दें,तो वह नही मानेगा । अब क्यों नही मानेगा? क्योंकि हर किसी को हारना पसंद नही,अपनी अक़्ल को इस्तेमाल सब करना चाहते हैं,मगर वहां नही जहां उसकी ज़रूरत होती है।
बात चल रही है जिन्नात के बारे में, उस वक़्त जिन्नात ही थे दुनिया में सिर्फ,उसके अलावा कुछ जानवर भी उस वक़्त मौजूद होंगे। मगर इंसान नही था। जिन्न हल्ला तो बहुत मचाते थे , दुनिया में उन्होंने फसाद फैला रखा था। मगर इंसान से ज़्यादा नही।
जिन्नात और इंसान में क्या फर्क़ है?
जिन्नात सुर्ख आग और गर्म हवा से बने हैं,जबकि इंसान सूखी मिटटी से बना है।
क्या जिन्न इंसान से ताक़तवर होते हैं?
जिन्नात इंसान से कईं गुना ताक़तवर होते हैं। मगर इंसान में खुदा ने अक़्ल तो ज़्यादा दी ही है, इसी के साथ इल्म भी ज़्यादा दिया है जिसका हम सभी को शुक्र करना चाहिए कि जिन्न को हमारे ऊपर हावी नही किया क्योंकि खुदा ने इंसान को जो इल्म दिया है वह सबसे बढ़कर है। इंसान इसी इल्म से जिन्न को क़ाबू में कर लेता है ।
जिन्नात की खुराक
हम में से अक्सर का एक सवाल होता है कि कि जिन्नात क्या खाते हैं। तो मैं आपको बता दूं कि जिन्नात की खुराक कोयला, हडिडयां, वगैरह उसकी खुराक हैं।
जिन्न की शक्ल कैसी होती है?1
मैं यहा साफ करना चाहता हूं कि जिन्न की शक्ल इंसान की शक्ल से मेल नही खा सकती एक जिन्न की शक्ल काफी डरावनी हो सकती है । जिन्न के बारे में काफी किस्से कहानियां मशहूर हैं। जिसमें से अक्सर झूट होते हैं।ताक़त के अलावा और क्या खूबी है
जिन्नातों के पास ताक़त के अलावा सबसे बड़ी खूबी यह है कि वह किसी का भी रूप ले सकता है। वह कुछ भी शक्ल इख्तियार कर सकता है। और कहीं भी आ जा सकता है बगैर किसी रोक टोक के ।
क्या जिन्नात नज़र आ सकते हैं
हां जिन्नात नज़र आ सकते हैं मगर अपनी मरज़ी के मुताबिक़। नाबालिग बच्चे को जिन्नात जल्दी नज़र आते हैं। और अगर जिन्न किसी को परेशान करना चाहे तो उनमें ज़्यादा तर बच्चों और औरतों को परेशान करने की खबर आती रहती है। मगर इन सब का दुनिया में इलाज मुमकिन है।
अच्छे-बुरे जिन्नात
जिन्नातों में ठीक उसी तरह लोग होते हैं जिस तरह इंसानों में अच्छे-बुरे लोग पाये जाते हैं। इनका भी अलग क़ानून होता है। हिंदू,मुसलमान,सिख,इसाई सब धर्मों के लोग इनमें होते हैं।
क्या हम जिन्नात को देख सकते हैं?
जिन्नात को देखने की ख्वाहिश तो सभी को होती है मगर यह आसान नही है,क्योंकि ज़माने की रफतार इंसान को तरक़्की दे रही है,मगर जिन्नात कहीं गुम होते जा रहे हैं,इनमें पहले की तरह ज़्यादा उम्र नही पायी जाती। और न ही वह पहले जैसी ताक़त । दोस्तों आपने बहुत सी इमारत दुनिया में देखी होगी जिनके बारे में कहा जाता है कि उनको जिन्नातों ने बनाया होगा? तो दोस्तोें! यह सच हो सकता है क्योंकि आने वाले पोस्ट मैं आपको इसी के बारे में बताऊंगा।
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