Monday, 11 April 2022

इस्लाम मैं शराब कब और क्यूं हराम हुई...?

एस एम फ़रीद भारतीय 
दोस्तों, दुनिया में जितने भी गुनाह  होते हैं उनमें से ज्यादातर शराब पीने के बाद अन्जाम दिये जाते हैं। शराब शरीर, दिमाग और समाज तीनों के लिए नुकसान दायक  हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए इस्लाम ने आज से 1500 साल पहले ही शराब को हराम (वर्जित) कर दिया था। और इस्लाम ने इसकी जो अहम वजह बताई वो ये हैं कि शराब पीने के बाद इन्सान का उसके दिमाग पर कोई काबू नहीं रहता हैं। 

जैसा कि कुरान ए पाक में अल्लाह  ने फरमाया;
‘‘हे लोगो! जो ईमान लाए हो! यह शराब, जुआ और यह आस्ताने और पांसे, यह सब गन्दे और शैतानी काम हैं। इनसे परहेज़ करो, उम्मीद है कि तुम्हें भलाई प्राप्त होगी।’’ – (सूरह 5, आयत 90)

कुरान ए पाक की इस आयत से ये पता चलता हैं कि जब इन्सान शराब पीता हैं या कोई नशा करता हैं तो उसे ये ध्यान नहीं होता हैं कि वह क्या बोल रहा हैं? इसका मतलब यह हुआ कि इन्सान का उसकी जबान पर काबू नहीं रहता हैं। और जबान पर काबू इसीलिए नहीं रहता क्योंकि दिमाग पर काबू नहीं होता हैं। तो जब इन्सान का उसके दिमाग पर काबू ही नहीं हैं तो उसे यह कैसे मालूम होगा कि वह क्या बोल रहा हैं या क्या कर रहा हैं? इसिलिए तो ज्यादातर गुनाह शराब पीने के बाद किये जाते हैं।

” ऐ नबी (मुहम्मद साहब स.अ.व.) अगर लोग आपसे पूछें शराब और जूए के बारे में तो कह दीजिये इनसे कुछ फायदा जरुर हैं मगर फायदे से ज्यादा नुकसान हैं।” – कुरान शरीफ़ (2:219)

शराब पीने से इन्सान के दिमाग का काम करने तरीका बदल जाता हैं फिर उस इन्सान की सोचने और समझने की ताकत कम हो जाती हैं।

शराब पीने से इन्सान के दिल को भी बहुत नुकसान होता हैं जैसे कि (Cardiomyopathy) दिल की मासपेशिया बढ़ती हैं या तो सिकुड़ जाती हैं, दिल धड़कने की रफ्तार (Heart Beat) पर भी बुरा असर पड़ता हैं, दिल का दौरा (Heart Attack) का भी खतरा बढ़ जाता हैं और High Blood Pressure जैसी बीमारियाँ होती हैं।

शराब पीने से इन्सान के लिवर को भी बहुत नुकसान होता हैं जैसे कि लिवर फैल (Liver Stretching) जाता हैं और (Hepatitis) हेपाटाइटिस जैसी बड़ी बीमारी हो जाती हैं।

शराब पीने से इन्सान को (Pancreatitis) पेन्क्रियाटाइटिस नाम की बीमारी हो जाती हैं जिससे इन्सान का हाजमा (Metabolism System) खराब हो जाता हैं और कई पेट की बीमारियाँ हो जाती हैं।

शराब पीने से इन्सान को Cancer जैसी जानलेवा बीमारी हो जाती हैं जैसे कि (Mouth Cancer) मुह का केन्सर, (Liver Cancer) लिवर का केन्सर और (Throat Cancer) गले का केन्सर।

शराब पीने से इन्सान के शरीर में (Immune System) बीमारियों से लड़ने की ताकत खत्म हो जाती हैं जिससे छोटी से छोटी बीमारी भी ठीक नहीं हो पाती हैं।

तो अब आप लोगों की समझ में आ गया होगा कि शराब के नुकसान इतने सन्जिदा (गम्भीर) हैं कि इससे होने वाले फायदे न के बराबर हैं और यही वजह हैं कि इस्लाम ने सबसे पहले शराब को हराम (वर्जित) कर दिया था.

एक हदीस में आता है ,  ‘‘शराब तमाम बुराईयों की माँ है और तमाम बुराईयों में सबसे ज़्यादा शर्मनाक है।’’
शराब हमेशा से मानव समाज के लिए एक अभिशाप रही है। इसके सेवन से अनगिनत लोगों की मौत होती रही है। इसका सेवन दुनिया के लाखों लोगों के लिए दुःख और परेशानी का कारण बनता रहा है।

एक हदीस में आता है , केवल शराब पीने वालों पर ही लानत नहीं की गई, बल्कि अल्लाह तआला उन पर भी लानत भेजता है जो लोग शराब पीने वालों के साथ प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से रिश्ता रखते है ।
एक हदीस में आता है की ,ऐ ईमानदारों तुम नशे की हालत में नमाज़ के क़रीब न जाओ

शराब मानव समाज में पेश आने वाली हर तरह की मुसीबतो का दुनियावी सबब रही है। अपराधों की दर में जिस तरह दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है, लोगों के मानसिक रोगों की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हो रही है, सवारी चलाते समय दुर्घटनाएँ होती हैं तथा लाखों लोगों के पारिवारिक जीवन बिखर रहे हैं, अनगिनत अपराध होते हैं, इन सबके पीछे शराब एक बड़ी वजह है

 हुजूर (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने अपने एक और हदीस में फ़रमायाः
‘‘अल्लाह की लानत नाज़िल होती है उन 10 प्रकार के लोगो पर जो शराब से सम्बंधित हैं। एक वह समूह जो शराब बनाए, और दूसरा वह जिसके लिए शराब बनाई जाए। एक वह जो उसे पिये और दूसरा वह जिस तक शराब पहुंचाई जाए, एक वह जो उसे परोसे। एक वह जो उसको बेचे, एक वह जो इसके द्वारा अर्जित धन का उपयोग करे। एक वह जो इसे ख़रीदे। और एक वह जो इसे किसी दूसरे के लिये ख़रीदे।’’

एक जगह हदीस में आता है की  ‘‘हर वो चीज जिसकी अधिक मात्रा नशा करती हो, उसकी थोड़ी मात्रा भी हराम है।’’

शराब पीने से कुछ बड़ी गंभीर बीमारियां पैदा होती हैं जिनमें- जिगर का सिरोसिस, एसोफैगस का कैंसर, अन्नप्रणाली, Gastritis, अग्नाशयशोथ, हेपेटाइटिस, कार्डियोमायोपैथी, उच्च रक्तचाप, कोरोनरी आर्टेरोस्क्लेरोसिस, स्ट्रोक्स, वेर्निक-कोर्साकोफ, फ्लोरिड कुशिंग सिंड्रोम और थ्रोम्बोसाइटोपेनिया जैसी गंभीर बीमारियां.

दोस्तों इसलिए शराब को वैज्ञानकि भी गलत मानते है शराब के सेवन से कई तरह की बीमारिया होती है एक इंसान की जिंदगी आधी हो जाती है , दोस्तों अल्लाह तल्लाह से दुआ है की अल्लाह हमे तमाम हराम चीजों से परहेज़ करने की तौफीक दे , आमीन

दोस्तों पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया...!!

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