Sunday 19 June 2022

राहुल का संदेश, सत्याग्रह' में श्रीमती प्रियंका गांधी का वादा...?

एस एम फ़रीद भारतीय 
कांग्रेस पार्टी के महासचिव अजय माकन ने राहुल गांधी की तरफ से एक चिट्ठी जारी की है, जिसमें कहा गया कि, "मैं देशभर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं व अपने शुभचिंतकों से अपील करता हूँ कि मेरे जन्मदिन के अवसर पर किसी तरह का उत्सव न मनाएं, देशभर में उपजी परिस्थितियों से हम सभी चिंतित हैं, करोड़ों युवाओं का मन दुखी है, हम इन युवाओं की, करोड़ों परिवारों की पीड़ा को साझा करें, उनके साथ खड़े हों." 

सेना भर्ती की तैयारी कर रहे करोड़ों युवाओं की आवाज़ से आवाज़ मिलाने के लिए भाजपा की आग लगाऊ योजना 'अग्निपथ' के खिलाफ जंतर-मंतर पर आयोजित 'सत्याग्रह' में श्रीमती प्रियंका गांधी जी ने कहा कि 
सवाल युवा का है जो इस देश का भविष्य हैं- सवाल देश के भविष्य का है और हम चुप नहीं रहेंगे- हम बोलेंगे और अपने देश के युवाओं को न्याय ज़रूर दिलाएंगे.

आगे कहा कि आपका दर्द हम समझ रहे हैं, हम ही नहीं पूरा देश समझ रहा है, लेकिन आप यह मत भूलिए कि यह देश आपका है, इस देश की संपत्ति आपकी है, इसे सुरक्षित रखना आपका भी कर्तव्य है.

हमारे नौजवान भाई इस देश का भविष्य हैं, युवा बहने इस देश का भविष्य हैं, सच मैं आप लोगों से बड़ा देशभक्त कोई नहीं है, जब मैं उत्तर प्रदेश के एक गांव में सुबह 4 बजे गिरफ्तार होने वाली थी, तब मुझे आप जैसे 20-30 ऐसे नौजवान दिखे, जो आर्मी में भर्ती होने के लिए ट्रेनिंग कर रहे थे, मैं कुछ नौजवानों से मिली जिन्होंने मुझसे कहा- दीदी उम्मीद छूट गई है, आस ख़त्म हो गई है, सालों से हम भर्ती का इंतजार कर रहे थे, लेकिन अब हम अपना गन्ना बेचने जा रहे हैं.

मैं आप सभी से आग्रह करती हूं कि परिस्थितियों को समझिए कि आपके आसपास क्या हो रहा है...?

सरकार कैसे चल रही है...?
देश में क्या हो रहा है...?
इस बारे में गहराई से सोचिए और समझिए.

यह सरकार आपके लिए नहीं चल रही, यह सरकार इस देश के गरीबों के लिए, इस देश के नव युवकों के लिए, इस देश की महिलाओं के लिए नहीं चल रही, यह सरकार सिर्फ बड़े-बड़े उद्योगपतियों के लिए चल रही है.

देशप्रेम व बलिदान का जज्बा दिल में लिए, सेना में जाने की तैयारी करने वाले युवा हमारा गौरव हैं, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सत्याग्रह के जरिए "नो रैंक, नो पेंशन" वाली नई आर्मी भर्ती योजना के खिलाफ संघर्ष करती रहेगी.

इस दौरान अपने संबोधन में कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपील करती है कि युवा हिंसा न करें, आज सेना के साथ इस योजना को लाकर गलत किया जा रहा है, सरकार ने युवाओं के सपने के साथ खिलवाड़ किया है, इस योजना के बारे में कुछ सोचा ही नहीं, केवल युवाओं के ऊपर इस योजना को थोपा जा रहा है.

इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि योजना पहले बनाई जाती है और सोचा बाद में जाता है, मोदी ने जितने वादे किए कोई पूरा नहीं किया, यह योजना सफल नहीं होगी, सरकार को अहम को छोड़कर इस योजना को वापस लेना होगा.

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार युवाओं को पुलिस के द्वारा दबाना चाहती है, देश का युवा सेना में जाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहा है, लेकिन इस योजना के जरिए उनके भविष्य को आग में डाल दिया गया है, युवा को 12 लाख रुपये देकर खरीद रहे हैं, सरकार सेना की परंपरा को नष्ट कर रही है, सभी शहीद स्थलों पर सत्याग्रह किया जाएगा.

हम आपको बता दें कि बीते शनिवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि आठ सालों से लगातार भाजपा सरकार ने 'जय जवान, जय किसान' के मूल्यों का अपमान किया है, मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे, ठीक उसी तरह उन्हें 'माफीवीर' बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और 'अग्निपथ' को वापस लेना ही पड़ेगा.'

इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर अग्निपथ योजना को लेकर भाजपा सरकार को घेरा, उन्होंने कहा कि 24 घंटे भी नहीं बीते और बीजेपी सरकार को सेना भर्ती की नई योजना के नियम बदलने पड़े, इसका तो यही मतलब है कि योजना को युवाओं पर जल्दबाजी में थोपा जा रहा है.

उलल्लेखनीय है कि इससे पहले शनिवार को सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना के विरोध में जंतर मंतर पर छात्र संगठनों ने संयुक्त रूप से प्रदर्शन किया, आल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ आर्गेनाइजेशन के बैनर तले युवाओं ने हाथों में पोस्टर बैनर लेकर प्रदर्शन किया, प्रदर्शनकारियों ने योजना को वापस लेने की मांग की थी.

उन्होंने कहा था कि दो साल से लंबित सेना की भर्ती को तुरंत स्थाई आधार पर शुरू किया जाए, प्रदर्शनकारियों की कम संख्या को देखते हुए पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया गया.

प्रदर्शनकारियों ने था कहा कि यह योजना रोजगार देने के नाम पर बेमानी है, आर्गेनाइजेशन की अध्यक्ष मौसम कुमारी ने कहा कि इस सेवा के चार वर्षों बाद युवा कहां जाएंगे, सरकार के पास युवाओं के रोजगार के लिए कोई ठोस नीति नहीं है, सरकार को युवाओं की बात सुननी होगी और इस योजना को वापस लेना होगा, उन्होंने कहा कि अगर मांग नहीं मानी गई तो आने वाले दिनों में युवा बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा.

कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा है कि सत्याग्रह के मायने नहीं बदलते हैं. जब भी आप सत्य के लिए खड़े होंगे, सच्चे मन से करेंगे वो सत्याग्रह कहलाएगा. सत्याग्रह लोकतंत्र से जुड़ा है. सत्यमेव जयते! तो वहीं उन्होंने मनीष तिवारी के अग्निपथ योजना को समर्थन पर सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि अच्छी बात है, ऐसा नहीं होता तो आप कहेंगे डिक्टेटोरियल है पार्टी. अमित मालवीय के आरोप पर सलमान खुर्शीद ने कहा है कि अमित मालवीय को बुला लीजिए देखिए यहां हिंसा हो रही है? सत्याग्रह से डरना नहीं चाहिए. इसके अलावा खुर्शीद ने झारखंड के विधायक "देश होगा खून से लथपथ" वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि ये उनकी भाषा है, मेरी भाषा के बारे में मुझसे पूछिए मैं उनके बयान पर कमेंट नही कर सकता.

वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि काला धन बोला था वापस लाएंगे, इन लोगों का काला धन और बढ़ गया. इस देश के युवा ये सोचकर मेहनत कर रहा था कि उझे परमानेंट नौकरी मिलेगी, फौज में देश की सेवा करेगा लेकिन सरकार ने उनके सपनों को जला कर ख़ाक कर दिया. अग्निपथ की अच्छाइयां गिना रहे हैं अमित शाह भाई शाह जी मैं भी गुजरात (Gujarat) से आता हूं. जय शाह को बोल दो अग्निपथ की नौकरी ले ले, बीसीसीआई का पद छोड़ कर युवा समझ जाएगा बहुत अच्छी योजना है. ये सरासर अन्याय (Injustice) है, देश के युवा के साथ खिलवाड़ है.

राष्ट्रगान के साथ आज का सत्याग्रह संपन्न हुआ, मगर 'भाजपाई अग्नि' के खिलाफ लड़ाई जारी है...!

सत्याग्रह जीतेगा, अहंकार हारेगा...!!

#SatyagrahaAgainstAgnipath

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