दोस्तों किसी को प्यार कब हो जाता है पता ही नहीं चलता है। प्यार की दुनिया जितनी खूबसूरत होती है। ब्रेकअप के बाद उतनी ही दर्दनाक होती है...
एस एम फ़रीद भारतीय
तन्हा और रोशनी की एमोशनल लव स्टोरी
यह तन्हा नाम के एक लडके की है जो एक लड़की रोशनी के प्यार के चक्कर में क्या क्या नहीं किया, फिर भी उसकी लवस्टोरी का क्या हुई, आईये अब आपको तन्हा और रोशनी की लव स्टोरी से रूबरू करवाते है।
तन्हा बारवी क्लास का छात्र होता है। इस उम्र में उसे क्या पता, की प्यार का क्या सिला होता है। वह एक लड़की को मन ही मन चाहने लगा था। और इस बात का अहसास उसे धीरे-धीरे होने लगा था।
समय बीतता रहा और अभय अब कॉलेज में आ गया था। एक दिन तन्हा आपने कॉलेज जा रहा था ! तभी उसकी नजर लड़की की नजरों से टकराती है ! जिसे देखने के बाद वह देखता ही रह गया !
और वह लड़की उसे कोई भाव ही नहीं दे रही थी ! फिर भी तन्हा रोज उसके उसके पीछे पीछे घर तक जाता था। लेकिन लड़की का दिल पिघल नहीं रहा था। तन्हा उसको देखने के लिए उसके कॉलेज के गेट के सामने डेली खड़ा हो जाता था।
ऐसा करना अब तन्हा का ड़ेली का काम हो गया था ! महीनों देखते-देखते ही बीत गए ! लेकिन उसे लड़की की तरफ से कोई रिस्पांस नहीं मिला ! फिर निराश हो तन्हा ने उसके कॉलेज जाना बंद कर दिया !
कुछ दिन बाद जब वो लड़की तन्हा को नहीं देखती तो वह तन्हा के लिए बेचैन होने लगती है। उसे फ़िक्र होने लगाती है की आखिर वह लड़का अब उसका पीछा क्यों नहीं करता है। तभी कुछ दिनों बाद तन्हा उसे दिखता है तो वह उससे पूछती है, अब तुम मुझे देखने के लिए मेरे कॉलेज क्यू नहीं आते हो !
तो तन्हा ने उससे कहा, इतने दिन से आपके चक्कर में आपके आगे पीछे घूमता रहता हु लेकिन आपके तरफ से कोई रिस्पांस नहीं मिला यहाँ तक कि आप मुझे देखना तक पसंद नहीं करती हो, तभी से तुम्हारे कॉलेज आना भी छोड़ दिया !
उस लड़की ने उससे कहा, कि मैं इतने दिनों से तुम्हारी परीक्षा ले रही थी ! मैं ये देखना चाहती थी कि तुम मुझे कितने दिनो तक फॉलो करते हो? वैसे अब मैं भी आपसे प्यार करने लगी हूँ।
फिर तन्हा ने उस लड़की से कहा कि जब तुम भी मुझसे से उतना ही प्यार करती हो तो अपना नाम भी बता दो। तो लड़की ने अपना नाम रोशनी बताया। उसके बाद तन्हा ने भी अपना नाम उसे बता दिया। तन्हा ने मौके का फायदा उठाते हुए रोशनी को उसी समय प्रपोज कर दिया। और रोशनी उसके प्रपोजल को एक्सेप्ट भी करती है !
रोशनी और तन्हा का प्यार दिनों दिन बढ़ता चला जाता है ! रोशनी और तन्हा इतना ज्यादा क्लोज हो जाते हैं कि साथ में घूमना, पार्क में जाना, साथ साथ डिनर करना, और शॉपिंग करना उनकी आदत बन जाती है.
समय के साथ तन्हा और रोशनी का प्यार इतना गहरा होता चला गया कि वो दोनों एक दूसरे से बिना मिले रह नहीं पाते थे। जितना प्यार गहरा होता गया। ये प्रेमी जोड़े समाज की नजर में आते चले गए।
धीरे-धीरे उनका प्यार इतना ज्यादा मशहूर हो गया कि बात रोशनी के घर तक पहुंच गई ! लेकिन उसके घरवालों को उनका प्यार मंजूर नहीं था ! रोशनी के घर वालों ने उसका कॉलेज जाना भी बंद करवा दिए !
और रोशनी का फोन भी छीन लिए। अब तो घर से बाहर भी नहीं निकलने देते थे ! एक तरफ रोशनी तन्हा के प्यार के लिए तड़प रही थी, उधर तन्हा भी रोशनी के प्यार के लिए तड़प रहा था !
वो दोनों एक दूसरे के प्यार में इतने मजबूर हो गए थे कि सिर्फ एक नजर देखने के लिए भी तरस गए थे ! और उधर रोशनी के घरवालों ने उसकी शादी करने का प्लान बना लिया था ! और जब यह बात रोशनी को पता चलती है ! तो रोशनी शादी से सीधा मना करती है ! और वो कहती है ! कि मैं शादी सिर्फ तन्हा से ही करूंगी ! नहीं तो मैं अपनी जान दे दूंगी। यह बात सुनकर भी घरवालों को कोई फर्क नहीं पड़ता।
उलटा उसे मारने पीटने लगे और धमकाने लगे। रोशनी हर दर्द सहने को तैयार थी लेकिन तन्हा के बिना नहीं रहना चाहती थी। तब उसके घरवालों ने तन्हा को जान से मारने की धमकी देने लगे, तो इस वजह से रोशनी शादी करने को राजी तो हो गई। लेकिन उसके दिलो-दिमाग में तन्हा का प्यार ही था !
उसके बाद रोशनी ने तन्हा को एक लेटर लिखा जिसमें लिखा था ! मेरे प्रिय तन्हा, मैं आपको छोड़ना तो नहीं चाहती, पर क्या करूं छोड़ना पड़ रहा है !
हम पहले किसी से प्यार नहीं किए थे ! और पहली बार आपसे प्यार हुआ था ! मैं आपको आज से नहीं बहुत दिन से चाहती थी ! कॉलेज तो एक बहाना था ! मैं तो सिर्फ आपको देखने के लिए आती थी ! मैं आपको धोखा नहीं दे रही हूं ! ये मेरी मजबूरी है !
ये आपकी जिंदगी का सवाल है ! और मेरे घर वालों ने मेरी शादी तय कर दी है ! मैं शादी तो नहीं करना चाहती थी ! लेकिन मेरी मजबूरी है ! क्योंकि मुझे तुम्हारी जिंदगी बचानी है !
जो आप को मारने की धमकी दे रहे थे ! इसलिए मुझे मजबूरी में शादी की हां करनी पड़ी ! प्लीज आप मुझे माफ कर दीजिएगा। आपकी मजबूर रोशनी।
उसके बाद तन्हा भी रोशनी के लिए एक लेटर लिखता है- मेरी प्यारी रोशनी मैं तुम्हें कल भी बेइंतहा मोहब्बत करता था ! आज भी बेइंतहा मोहब्बत करता हूं ! मैं तुम्हारे प्यार के लिए कुछ भी कर जाऊंगा !
अगर तुम नहीं तो यह जिंदगी किस काम की होगी। हम दोनों ने एक साथ जीने मरने की कसमें खाई थी ! तुम ऐसे ही मेरा साथ छोड़कर चली जाओगी। तुमने एक बार भी नहीं सोचा।
कि तुम्हारे सिवा मेरी जिंदगी में कोई भी नहीं है ! रोशनी मैं तुम्हें कभी भी नहीं भूल पाऊंगा। जब तक मेरी सांसें चलेंगी, तो तुम्हारे नाम से ही चलेंगी, ये ज़िंदगी तुम्हारे साथ ही रोशन होगी और बुझेगी.
वो जिंदगी मुझे नहीं चाहिए जिस जिंदगी में तुम ना हो। रोशनी जब से हम तुम बिछड़े हैं ! तब से मैं तुमसे मिलने की बहुत बार कोशिश की।
लेकिन तुम्हारे घरवालों ने मुझे मिलने नहीं दिया ! रोशनी मुझे लगता है ! कि मेरी जिंदगी में खुशी लिखी ही नहीं है ! मेरी जिंदगी में तो सिर्फ आंसू ही आंसू लिखी हैं !
अगर तुम मुझे नहीं मिली। तो मुझे यह जिंदगी भी नहीं चाहिए। और तुम्हारी खुशी जिसमें हो उसमें मेरी भी खुशी है ! यह मेरा आखिरी लेटर है !
और रोशनी उस लेटर को रो-रो कर पढ़ रही थी, दो दिन बाद उसकी शादी भी थी, रोशनी को तन्हा से जुदाई बर्दाश्त नहीं थी, वो तन्हा के बिना तन्हा रहना नहीं चाहती, अब सवाल है वो अपने प्यार के लिए करे तो क्या करे...?
तन्हा ने भी लिखने को लिख तो दिया कि ये आख़िरी ख़त है, लेकिन वो ख़त को आख़िरी बनाना चाहता है मगर जान देकर नहीं बल्कि रोशनी को पाकर हमेशा के लिए, क्या रोशनी भी ये सब कर पाई क्या किया दोनों ने आप अपनी राय कमैंटस के ज़रिए हमें दें...!!
साथ जीने मरने के वादे तो किये मगर क्या ये कदम उठाना सही है...??
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