दंगों के समय मोदी ने कभी शांति की अपील नहीं की : झडफिया
अहमदाबाद। ‘साल 2002 के सांप्रदायिक दंगों के समय मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कभी शांति की अपील नहीं की थी। उन्होंने हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा भी नहीं किया था और न ही दंगा प्रभावितों के आश्रय स्थल-राहत शिविर-कैंप गए थे।’
पूर्व गृहराज्य मंत्री व महा गुजरात जनता पार्टी (मजपा) नेता गोरधन झडफिया ने मंगलवार को गोधरा जांच आयोग के समक्ष उक्त बात कही। अहमदाबाद सेंट्रल रिलाफ कमेटी के अधिवक्ताओं ने झडफिया से करीब एक घंटे के दौरान 25 सवाल पूछे।
अधिकांश सवालों के जवाब पूर्व गृह राज्यमंत्री ने याद नहीं.. अधिकार क्षेत्र में न हीं था.. इन शब्दों के साथ दिए। हालांकि मोदी ने एस-छह कोच का मुआयना किया था अथवा नहीं.. इस सवाल को खारिज कर दिया। कमेटी संगठन आयोग में दंगा पीड़ितों की पैरवी कर रहा है।
सवालों का जवाब देते हुए मजपा नेता ने कहा कि वे जब गोधरा पहुंचे तब नरेन्द्र मोदी और जयदीप पटेल वहां मौजूद थे। पीड़ितों के शवों को पोस्टमार्टम के समय मैं मुख्यमंत्री के साथ वहां पर हाजिर था। हालांकि इस अवधि में मुख्यमंत्री ने कभी भी शांति की अपील नहीं की। राहत शिविर -आश्रय स्थल भी नहीं गए। उल्लेखनीय है कि झडफिया 2002 में तत्कालीन मोदी सरकार में गृह राज्यमंत्री थे।
अधिकांश सवालों के जवाब पूर्व गृह राज्यमंत्री ने याद नहीं.. अधिकार क्षेत्र में न हीं था.. इन शब्दों के साथ दिए। हालांकि मोदी ने एस-छह कोच का मुआयना किया था अथवा नहीं.. इस सवाल को खारिज कर दिया। कमेटी संगठन आयोग में दंगा पीड़ितों की पैरवी कर रहा है।
सवालों का जवाब देते हुए मजपा नेता ने कहा कि वे जब गोधरा पहुंचे तब नरेन्द्र मोदी और जयदीप पटेल वहां मौजूद थे। पीड़ितों के शवों को पोस्टमार्टम के समय मैं मुख्यमंत्री के साथ वहां पर हाजिर था। हालांकि इस अवधि में मुख्यमंत्री ने कभी भी शांति की अपील नहीं की। राहत शिविर -आश्रय स्थल भी नहीं गए। उल्लेखनीय है कि झडफिया 2002 में तत्कालीन मोदी सरकार में गृह राज्यमंत्री थे।
No comments:
Post a Comment
अगर आपको किसी खबर या कमेन्ट से शिकायत है तो हमको ज़रूर लिखें !