स्पेशल कार्य बल (एसटीएफ) ने पत्रकार चंन्द्रिका राय के परिजनों की हत्या और लोकनिर्माण विभाग के इंजिनियर हेमंत झारिया के पुत्र के अपहरण की गुत्थी सुलझाने का दावा करते हुए इस मामले के छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है और तीन अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है.
पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह झामरा ने बताया कि
अपहरणकर्ताओं ने 15 फरवरी को हेमंत झारिया के सात वर्षीय पुत्र अनंत का अपहरण कर पांच करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी लेकिन बातचीत के बाद साढ़े पांच लाख रुपये की फिरौती दिये जाने पर समझौता हो गया था.
अपहरणकर्ताओं ने 15 फरवरी को हेमंत झारिया के सात वर्षीय पुत्र अनंत का अपहरण कर पांच करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी लेकिन बातचीत के बाद साढ़े पांच लाख रुपये की फिरौती दिये जाने पर समझौता हो गया था.
उन्होंने बताया कि इस मामले की सूचना के बाद पुलिस द्वारा बनाये गये दवाब के कारण अपहरणकार्ताओं ने 16 फरवरी की रात अनंत को व्योहारी रेल्वे स्टेशन के समीप छोड़ दिया. उन्होंने दावा किया कि इस मामले में कोई फिरौती नहीं दी गयी.
पुलिस अधीक्षक झामरा ने बताया कि अपहरणकर्ताओं में हेमंत के मातहत दैनिक वेतन के आधार पर काम करने वाला अमित भी शामिल था. उन्होंने बताया कि हेमंत से फिरौती को लेकर मोबाइल फोन पर हुई बातचीत के आधार पर सबसे पहले अमित को पकड़ा गया तथा उसकी सूचना के बाद नगर सैनिक विद्यानिवास तिवारी, सुनील, मनीष कोरी, हरेन्द्र सिंह तथा राज को गिरफ्तार किया.
झामरा ने अमित से हुई पूछताछ के हवाले से बताया कि पत्रकार चन्द्रिका राय को बच्चे के अपहरण के मामले में उन लोगों के शामिल होने की जानकारी हो गयी थी. उन्होंने पुलिस के दवाब में आकर उन्होंने बच्चे को छोड़ दिया उसके बाद चन्द्रिका राय उन्हें पुलिस के सामने भंडाफोड करने की धमकी देकर ब्लेकमेल करने लगा.
झामरा ने बताया कि नगर सैनिक चन्द्रिका राय के पड़ोस में ही रहता था. उन लोगों ने पड़ोसी होने के नाते 17 फरवरी की रात साढ़े बारह और एक बजे के बीच चन्द्रिका राय का दरवाजा खुलवाया और विवाद के बाद चन्द्रिका राय, उनकी पत्नी दुर्गा राय, पुत्र जलज और पुत्री निशा की हत्या कर दी. उन्होंने बताया कि इस घटना के संबंध में तीन अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
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