चेन्नई- जीत के लिए खिलाडिय़ों के तरह-तरह के अंधविश्वास किसी से छिपे नहीं हैं, इसकी एक और बानगी कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर ने पेश की, आईपीएल फाइनल के दौरान आउट होने पर भी मैच के आखिर तक वह पैड बांधकर बैठे रहे, गंभीर ने मैच जीतने के बाद कहा, मैं ईमानदारी से कहूं तो यह मेरा अंधविश्वास है, सिर्फ एक ही बार गंभीर ने आउट होने के बाद पैड खोले थे और वह मैच केकेआर हार गया था, उन्होंने कहा टूर्नामेंट में सिर्फ एक बार आउट होने के बाद मैने पैड खोले थे और किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ उस मैच में आखिरी 12 गेंद में हम 13 रन नहीं बना सके, गंभीर ने कहा वैसे केकेआर मेरे अकेले की नहीं, हमारी टीम है, मैं सिर्फ एक खिलाड़ी हूं जो अपना योगदान दे रहा था, मुझे सभी खिलाडिय़ों पर भरोसा था.
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कोलकाता- आईपीएल टूर्नामेंट पहली बार जीतने वाली कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाडि़यों का आज कोलकाता में भव्य स्वागत हिंसक हो गया, ईडन गार्डन स्टेडियम के बाहर बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, इस बल प्रयोग से कई दर्शकों को गंभीर चोटें आई हैं.
एक ओर, जहां पश्चिम बंगाल के लोग जश्न की खुमारी में डूबे हुए हैं तो दूसरी ओर, सरकारी खर्च पर किए गए इस आयोजन की आलोचना भी हो रही है। विपक्षियों का कहना है कि राज्य सरकार ने केकेआर की टीम का जिस प्रकार से सत्कार किया गया है, वह शर्मनाक है.
स्टेडियम के बाहर चलीं लाठियां- खचाखच भरे स्टेडियम के अंदर जब ममता टीम को सम्मानित कर रही थीं तब बाहर बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा, ममता ने किया केकेआर की जीत को हाईजैक- कोलकाता में आयोजित पूरे समारोह में ममता ही छाई रहीं, राइटर्स बिल्डिंग से लेकर स्टेडियम तक में ममता ही सबके ऊपर हावी रहीं, भीड़ को संभालने से लेकर कार्यक्रम को होस्ट करने तक में सिर्फ ममता ही दिखीं, पूरे कार्यक्रम के दौरान माइक सिर्फ ममता के हाथ में ही रहा, यहां तक की राज्यपाल ने भी अपने भाषण में ममता का शुक्रिया अदा किया.
हजारों को निराश कर गए शाहरुख - कोलकाता की सड़कों पर सुबह से ही शाहरुख खान की एक झलक पाने के लिए हजारों लोग खड़े थे, लेकिन केकेआर के विजय जुलूस में बॉलीवुड का बादशाह गायब था, जिसके कारण उनके प्रशंसकों को काफी निराशा हुई, घंटों धूप में खड़े प्रशंसकों की निराशा केकेआर के खिलाड़ी भी दूर नहीं कर पाए.
कॉलेज स्टूडेंट के एक समूह का कहना है कि आखिर शाहरुख ऐसा कैसे कर सकते हैं, हम कॉलेज से क्लास बंक करके यहां आए थे लेकिन दो घंटे धूप में खड़े होने के बावजूद वो नहीं आए, वहीं, एक युवा जोड़े ने कहा कि हम घंटों से यहां सिर्फ शाहरुख खान को देखने के लिए ही खड़े थे लेकिन शाहरुख ने यहां आना भी उचित नहीं समझा.
विजय जुलूस के स्वागत के लिए जादूबाबू बाजार में स्थानीय पार्षद ने एक स्टेज तैयार तैयार किया था, लेकिन भीड़ अत्यधिक बढ़ जाने के कारण इसका एक भाग गिर गया था, जिससे कुछ लोग घायल हो गौरतलब है कि शाहरुख विजय जुलूस की बजाय सीधे राज्य सचिवालय पहुंचे थे, जहां ममता भी मौजूद थीं.
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