Wednesday 1 August 2012

बालकृष्ण को भोजन में धीमा जहर भी दिया जा सकता है ?


बालकृष्ण को जहर दिए जाने का डर, एक होगा रामदेव-अन्‍ना का आंदोलनयोगगुरु बाबा रामदेव बालकृष्ण की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि जेल में आचार्य को 50 खूंखार कैदियों के साथ रखा गया है, रामदेव को डर है कि बालकृष्ण को भोजन में धीमा जहर भी दिया जा सकता है, ऐसे में बालकृष्ण जेल में सुरक्षित नहीं हैं.
उन्होंने एलान किया कि चार अगस्त को पूरे देश में बालकृष्ण का जन्मदिन मनाया जाएगा, योगगुरु ने मंगलवार शाम जेल में बालकृष्ण से मुलाकात की थी, इससे पहले जिला अदालत ने बालकृष्ण की जमानत याचिका को नामंजूर कर दिया, बीती 21 जुलाई को भी विशेष सीबीआइ अदालत ने बालकृष्ण की जमानत अपील खारिज कर दी थी, मंगलवार को जिला जज की अदालत में सुप्रीम कोर्ट के वकीलों की मौजूदगी में एक घंटे उनकी जमानत अर्जी पर सुनवाई चली, इस दौरान अभियोजन पक्ष ने अदालत को बताया कि आचार्य छठी कक्षा पास भी नहीं हैं.
बालकृष्ण को जहर दिए जाने का डर, एक होगा रामदेव-अन्‍ना का आंदोलन
दूसरी ओर, रामदेव ने कहा है कि यदि सरकार जल्‍दी अन्‍ना हजारे की मांगे नहीं मानते है तो उनका और अन्‍ना का आंदोलन आपस में मिल जाएगा, रामदेव 9 अगस्‍त से दिल्‍ली के ही रामलीला मैदान में अनशन करने जा रहे हैं., अनशन के आठवें दिन भी जंतर मंतर पर अन्‍ना और उनकी टीम अनशन पर बैठी हुई है, अरविंद केजरीवाल और गोपाल राय की तबीयत ठीक नहीं होने के बावजूद दोनों अनशन पर डटे हुए हैं, इसे देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने को कहा है.
वहीं, मंगलवार को अन्‍ना हजारे ने जंतर-मंतर पर मीडियाकर्मियों से हुई बदसलूकी के लिए माफी मांगी ली, उन्होंने समर्थकों से कहा कि भविष्य में दोबारा ऐसा न करें, चेतावनी भी दी कि अगर फिर ऐसा हुआ तो आंदोलन रद्द कर दिया जाएगा.
बालकृष्ण को जहर दिए जाने का डर, एक होगा रामदेव-अन्‍ना का आंदोलनसोमवार रात करीब दस बजे मीडियाकर्मियों और अन्‍ना के समर्थकों के बीच काफी विवाद और उसके बाद हाथापाई भी हुई थी, समर्थकों का आरोप था कि मीडिया इस आंदोलन को सही रूप में नहीं दिखा रहा है, ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन (बीईए) ने इसकी निंदा करते हुए टीम से माफी मांगने को कहा था.
 मंगलवार को हजारे ने कहा, 'पिछली रात जो भी हुआ मैं उसे बहुत दुखी हूं, हमारा आंदोलन पूरी तरह से अहिंसक है, अहिंसा में बहुत ताकत होती है, लेकिन अगर आप हिंसक होंगे तो सरकार आंदोलन को दो दिनों में ही खत्म कर देगी, अगर दोबारा ऐसा हुआ तो आंदोलन वापस ले लिया जाएगा, अरविंद केजरीवाल ने भी इसके लिए माफी मांगी, हालांकि वह मीडिया पर निशाना साधने से नहीं चूके, उन्होंने कहा, हमारी लड़ाई देश के किसी भी मीडियाकर्मी या मीडिया संस्थान के साथ नहीं है, लेकिन मीडिया संगठनों को यह तय करना होगा कि वे देश के साथ हैं या भ्रष्ट लोगों के साथ.
बालकृष्ण को जहर दिए जाने का डर, एक होगा रामदेव-अन्‍ना का आंदोलनअन्‍ना हजारे द्वारा 2014 में होने वाले आम चुनाव में भाग लेने की बात का विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने स्वागत किया है, कृष्णा ने कहा, चुनावों में हिस्सा लेने की उनकी योजना का हम स्वागत करते हैं, इसी तरह से लोगों का विश्वास भी जीता जा सकता है, अनशन पर बैठने से पहले हजारे ने कहा 2014 में वे उन लोगों के लिए प्रचार करेंगे जिनकी पृष्ठभूमि साफ होगी, हालांकि उन्होंने खुद चुनाव लडऩे या कोई पार्टी बनाने से इनकार किया था.
भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अन्‍ना के आंदोलन को सही ठहराया है, लेकिन कहा कि कानून तो संसद ही बनाएगी, उन्होंने कहा, हमें खुशी है कि अन्‍ना और बाबा रामदेव जैसे लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चला रहे हैं, लेकिन जहां तक किसी बिल को पास करने या कानून बनाने की बात है वह संसद का अधिकार क्षेत्र है.

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