इल्म, दौलत और यक़ीन
तीनों बहुत अच्छे दोस्त भी थे तीनों में बहुत प्यार भी था
एक वक़्त आया जब तीनों को जुदा होना पड़ा तीनों ने
एक दुसरे से सवाल किया कि हम
कहाँ मिलेंगे ?
इल्म ने कहा मैं मंदिर, मस्जिद, स्कूलों मैं मिलूँगा,
दौलत ने कहा मैं अमीरों के पास मिलूँगा,
यक़ीन चुप था दोनों ने चुप होने की वजह पूंछी तो
यक़ीन ने रोते हुऐ कहा मैं एक बार चला ग़या तो फिर
कभी नहीं मिलूँगा...
लेखक एस एम फ़रीद भारतीय
सम्पादक :- एनबीटीवी इंडिया
प्लीज़ इसको सरकार और फैंकू से मत जोड़ना
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