एस एम फ़रीद भारतीय
दुनियां के पहले और दूसरे विश्व युद्ध में दुनिया का उन हालात का सामना हुआ है जिसका अंदाज़ा उस वक़्त भी नही था और ना ही आज है, हम आज भी उन ना भुला देने वाले मंज़र को भुला सकते हैं, और ना ही उस ना भरने वाले नुकसान का अंदाज़ा लगा सकते हैं, दूसरी जंगे अज़ीम