Sunday 11 December 2011

सोनिया बीमार हैं, कुछ कहूंगा तो बीमारी बढ़ जाएगी: अन्ना ?

नई दिल्‍ली. मजबूत लोकपाल की मांग को लेकर अन्ना हजारे ने सरकार पर देश को धोखा देने का आरोप लगाया है। अन्ना ने कहा कि अगर 22 दिसंबर तक उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे 27 दिसंबर से आंदोलन करेंगे। सरकार के लोकपाल विधेयक के विरोध में अन्ना हजारे ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘पूरे देश को धोखा दिया गया है। हमें लगता है कि इसके पीछे राहुल गांधी का हाथ है।’ अन्ना ने कहा कि वे 27 दिसंबर से आंदोलन शुरू करेंगे और अगले दो साल यानी लोकसभा चुनाव तक इसे जारी रखेंगे।

लोकपाल विधेयक को कमजोर बनाने का दोष राहुल गांधी पर लगा रहे अन्ना ने कहा कि वे कोई आरोप कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर इसलिए नहीं लगाना चाहते क्योंकि वे बीमार हैं। यह पूछने पर कि जब कांग्रेस की कमान सोनिया गांधी के पास है तो वे दोष राहुल गांधी पर क्यों थोप रहे हैं तो अन्ना ने कहा, ‘बीमार हैं वो। उनके बारे में कुछ कहना ठीक नहीं लगता। देश की नेता हैं वो। कुछ बोलूंगा तो उनकी बीमारी बढ़ सकती है।’


कचरे में फेंक दिया प्रधानमंत्री का पत्र

अन्ना ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सिटीजन चार्टर और निचले स्तर की नौकरशाही को शामिल करने व राज्यों में लोकायुक्त बनाने का वादा किया था। लेकिन प्रधानमंत्री का पत्र कचरे के डब्बे में फेंक दिया गया।


17 सदस्य विरोध में फिर भी रिपोर्ट पेश

अन्ना हजारे ने संसदीय समिति के बारे में बताते हुए कहा कि इसमें 30 सदस्य हैं जिसमें से 2 मीटिंग में आते ही नहीं। जबकि 17 लोगों ने इस सरकारी लोकपाल का विरोध जताया है और सिर्फ 11 लोग इसके पक्ष में थे। फिर भी समिति ने रिपोर्ट संसद में क्यों रखी जबकि इसके पक्ष में कम लोग थे।


आगे क्या

संसद सत्र 22 दिसंबर को खत्म होने वाला है। संशोधित लोकपाल विधेयक 19 दिसंबर को संसद में पेश किया जा सकता है। उधर अन्ना रविवार के अनशन के बाद 27 से होने वाले आंदोलन की तैयारी में जुटेंगे।


सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

अन्ना हजारे के आंदोलन की धमकी के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को लोकपाल विधेयक को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इससे एक दिन पहले मंगलवार को यूपीए के सहयोगी दलों की बैठक होगी। मंगलवार को ही केंद्रीय कैबिनेट की बैठक भी होगी। इसमें लोकपाल पर संसदीय समिति की सिफारिशों पर विचार होने की उम्मीद है। सर्वदलीय बैठक में लोकपाल विधेयक पर आम सहमति बनाने की कोशिश की जाएगी।


सत्ता और धन के नशे में चूर सरकार : दिल्ली रवाना होने से पहले अन्ना ने अपने गांव रालेगण सिद्धी में सरकार पर सत्ता और धन के नशे में चूर होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 27 तारीख से शुरू होने वाला आंदोलन अगस्त में हुए आंदोलन से ज्यादा बड़ा होगा।


आप भी नेताओं से पूछिए लोकपाल पर सवाल

टीम अन्ना ने रविवार को अन्ना के अनशन के दौरान लोकपाल पर बहस के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों को न्यौता भेजा है। इस बहस में राजनीतिक नेताओं को लोकपाल पर जनता के सामने अपना पक्ष रखने और लोगों को उनसे सवाल करने का मौका मिलेगा।

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