देखें , आईपीएस के आदेश पर सिपाही बना 'बंदर' ?
नई दिल्ली. ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन पर बात करने पर दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल को एक एडिशनल डीसीपी ने पटियाला हाउस अदालत परिसर में सजा के तौर पर सरेआम सिर के बल पलटियां लगवा दीं। अदालत परिसर में कांस्टेबल के साथ पुलिस अधिकारी के उक्त ‘अमानवीय और आपत्तिजनक’ व्यवहार के खिलाफ वकीलों ने लामबंद होते हुए जिला जज से शिकायत की।
जिला जज ने पुलिस कमिश्नर को आदेश दिए हैं कि वह कानून
के मुताबिक उक्त अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करें तथा घटना की जांच कर महीने भर के भीतर रिपोर्ट सौंपे। दरअसल, अदालत के गेट नंबर 6 पर कांस्टेबल दिनेश कुमार तैनात था। सुबह करीब 11 बजे वह अपने मोबाइल फोन पर बात कर रहा था।
उसी वक्त नई दिल्ली जिले के अतिरिक्त डीसीपी सेजू पी कुरूविला अदालत पहुंचे। कांस्टेबल को डयूटी के वक्त फोन पर बात करते और आम लोगों की जांच न करते देख वह गुस्से में आ गए। उन्होंने कांस्टेबल को सजा के तौर पर लाइब्रेरी की ओर सिर के बल काफी दूर तक पलटियां लगवाईं।
जब अदालत के वकीलों ने बावर्दी पुलिसकर्मी के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार होते देखा, तो उन्होंने इसकी शिकायत जिला जज से कर दी। कई वकीलों ने नई दिल्ली जिला न्यायाधीश एचएस शर्मा के सामने शिकायत दायर करते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस के एडिशनल डीसीपी सेजू पी कुरूविला ने गेट नंबर छह पर तैनात कांस्टेबल दिनेश कुमार को वर्दी में ही सिर के बल पलटी लगाने की सजा दी।
यह सब सरेआम हुआ, जो मानवाधिकारों का हनन है। वकीलों का अदालत के समक्ष कहना था कि वे घटना के प्रत्यक्षदर्शी हैं और उन्होंने इसकी मोबाइल फोन से रिकॉर्डिग भी की। यह क्लिपिंग जज को भी दिखाई गई।
वकीलों का यह भी आरोप है कुरुविला ने सिपाही की वर्दी से बिल्ला भी फाड़ दिया और उसका मोबाइल फोन छीन अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। वकीलों ने आरोप लगाया कि उन्होंने इस घटना की सूचना 100 नंबर पर पीसीआर को भी दी, लेकिन पीसीआर ने भी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। दिनेश अपनी नौकरी चले जाने के डर से अधिकारी के खिलाफ शिकायत करने से कतरा रहा है।
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