Tuesday 8 May 2012

आरुषि मर्डर - राजेश और नूपुर तलवार के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है


गाजियाबाद- देश की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री कहे जाने वाले आरुषि मर्डर केस में जांच एजेंसियों को अब तक बड़ी कामयाबी नहीं मिल सकी है। केस में अब तक एक बात कभी सामने नहीं आई कि आखिर कत्ल के बाद हेमराज को घर की छत पर क्यों ले जाया गया? हत्यारे को हेमराज की लाश छुपाने से क्या हासिल हुआ ?

आरुषि हेमराज हत्याकांड की जांच में जुटी सीबीआई ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट फाइल करने से पहले पूरे केस की एक एक कड़ी जोड़ने की कोशिश की। फॉरेंसिक रिपोर्ट में ये साबित हो गया था कि हेमराज पर पहली बार आरुषि के कमरे में ही वार किया गया। एक्सपर्ट्स को कमरे की दीवार पर दो गहरे निशान भी मिले, एजेंसियों के सामने बड़ा सवाल था कि आखिर हेमराज को डॉक्टर राजेश तलवार के घर की छत पर किस हालात में ले जाया गया। इसके लिए सीबीआई ने एक बार फिर रीकंस्ट्रक्शन का सहारा लिया.

सूत्रों की मानें तो अपने एक्सपर्ट के सामने सीबीआई ने तीन सवाल रखे। ये सवाल इसलिए भी जरूरी थे क्योंकि एजेंसियों को घर की छत पर हेमराज पर हमले के निशान नहीं मिले थे, केस की तहकीकात करते हुए सीबीआई ने सवाल रखे कि क्या दो लोग एक बेड शीट में लपेटकर किसी शख्स की लाश को सीढ़ियों से होते हुए छत तक ले जा सकते हैं? राजेश तलवार के घर की छत पर किसी को खींचने के जो निशान मिले थे वो बेड शीट से लग सकते हैं? अगर लाश को बेड-शीट में रखकर घसीटा गया है तो क्या दोनों लोगों ने एक ही सिरे को थामा या फिर दोनों छोर को एक-एक शख्स ने थामा?

इन सवालों का जवाब तलाशने के लिए सीबीआई अफसरों ने बाकायदा दो बोतल लाल रंग, एक बाल्टी, एक बेड शीट, 4 लीटर पानी और हेमराज की कद-काठी वाले अपने एक अफसर का इंतजाम किया। अफसर को बेड शीट में लपेटकर बाकायदा सीढ़ियों के जरिए ऊपर ले जाया गया.

सूत्रों की मानें तो इस पूरी प्रक्रिया के बाद सीबीआई इस नतीजे पर पहुंची कि दो लोग एक लाश को बेड शीट में लपेटकर सीढ़ियों से होते हुए राजेश तलवार के घर की छत तक ले जा सकते हैं। राजेश तलवार की छत पर घसीटने के जो निशान मिले हैं वो बेड शीट से लग सकते हैं। घसीटने के पैटर्न से साबित होता है कि एक या दो लोगों ने बेड शीट में लपेटी हुई लाश को एक ही सिरे पर थामा और फिर उसे सीढ़ियों पर घसीटा.

इन जवाबों के बाद सीबीआई की नजर एक बार फिर उन लोगों पर टिक गईं जो आरुषि और हेमराज के कत्ल के बाद उसके घर में मौजूद थे। डॉक्टर राजेश तलवार और नूपुर तलवार। सूत्रों की मानें तो इस आखिरी रीकंस्ट्रक्शन के बाद ही नूपुर तलवार पर शक गहराया.

हेमराज का कत्ल करने के बाद उससे बड़ी साजिश उसके कत्ल को छिपाने के लिए रची गई। कातिल आरुषि और हेमराज की हत्या के बीच की कड़ी को हमेशा के लिए खत्म कर देना चाहता था। रीकंस्ट्रक्शन के जरिए सीबीआई ने इन कड़ियों को जोड़कर राजेश और नूपुर तलवार के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है.

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