Saturday, 10 December 2011

चेतावनी: 2012 में अमेरिका-पाकिस्‍तान में होगा युद्ध ?


इस्‍लामाबाद.अमेरिका में एक असरदार थिंक टैंक ने कहा है कि साल 2012 में अमेरिका जिन संभावित खतरों से सबसे ज्‍यादा जूझ रहा है, उनमें पाकिस्‍तान के साथ संघर्ष भी शामिल है। इसके अलावा यूरो संकट और सऊदी अरब में राजनीतिक अस्थिरता इस सूची में शामिल हैं। इस बीच, पाकिस्‍तान ने भी अमेरिका और नाटो को चेतावनी दी है कि उसकी सेनाएं पूरी तरह तैयार हैं और अब किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। अमेरिका में द काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशनंस सेंटर फॉर प्रिवेंटिव एक्‍शन ने अमेरिकी अधिकारियों और विशेषज्ञों से बातचीत के आधार पर उन संभावित खतरों की सूची तैयार की है, जिनसे नए साल में अमेरिका को जूझना पड़ेगा। किसी हमले या आतंकवाद विरोधी अभियान के चलते पाकिस्‍तान से लड़ाई इस सूची में काफी ऊपर है। अमेरिका में यह सूची उसी समय सार्वजनिक हुई है, जब पाकिस्‍तान में प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने अमेरिका और नाटो को खुली चेतावनी दी है। शुक्रवार को सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी से मुलाकात के बाद गिलानी ने अमेरिका और नाटो देशों को चेताया कि कहा कि वह भविष्‍य में अपनी संप्रभुता पर किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देगा, क्‍योंकि उनकी सेना का कहना है कि वह किसी भी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया, पाकिस्तान की प्रजातांत्रिक सरकार देश की संप्रभुता पर भविष्य में होने वाले किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगी और मुंहतोड़ जवाब देगी। इस बयान में गिलानी के हवाले से कहा गया, पाकिस्तान की सरकार और आवाम देश की सेना को जरूरत पड़ने पर हर संभव मदद देने के लिए तैयार हैं। शुक्रवार को हुई अहम मुलाकात में जनरल कयानी ने प्रधानमंत्री गिलानी को पाक सीमा में विदेशी सैनिकों के घुसने की स्थिति से निपटने के लिए की गई तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कयानी ने गिलानी को बताया कि पश्चिमी सीमा पर तैनात सैनिकों को उन्नत हथियारों से लैस किया गया है ताकि किसी भी हमले से निपटा जा सके। कयानी ने गिलानी को यह भी भरोसा दिलाया कि पाक सीमा में किसी भी तरह की घुसपैठ का जवाब देने के लिए सेना अब पूरी तरह तैयार है। कयानी ने गिलानी को कैबिनेटी की सुरक्षा मामलों पर बनाई गई कमेटी के निर्णयों को लागू करने के संबंध में भी जानकारी दी। पाकिस्तान ने मौजूदा हालात में नाटो की सप्लाई रोक दी है और भविष्य में इस पर कोई भी फैसला भी कैबिनेट ही लेगी। कयानी ने प्रधानमंत्री को यह अमेरिका के शम्शी एयरबेस को खाली करने के संबंध में भी जानकारी दी, हालांकि अभी अमेरिका ने इस हवाई अड्डे को औपचारिक तौर पर पाकिस्‍तान के हवाले नहीं किया है। सूत्रों के मुताबिक अमेरिका ने इस अड्डे को पूरी तरह खाली कर दिया है और शनिवार को संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारी से अपने नियंत्रण में लेंगे जिसके बाद इसे पाकिस्तान को सौंप दिया जाएगा। पिछले दिनों मोहमंद एजेंसी में नाटो के हमले में दो दर्जन पाकिस्‍तानी सैनिकों के मारे जाने के बाद अमेरिका और पाकिस्‍तान के रिश्‍तों में जबरदस्‍त तल्‍खी आ गई है। गिलानी और कयानी की मुलाकात इसी हमले के मद्देनजर थी। कयानी ने गिलानी को भरोसा दिलाया कि पाक सेना ने पश्चिमी सीमा पर जबरदस्त तैयारी की है और देश की संप्रभुता पर किसी भी तरह के हमले की स्थिति में मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। अफगानिस्तान की सीमा से किसी भी तरह के हवाई हमले से निपटने के लिए भी पाक सेना ने जबरदस्त तैयारी की है। शुक्रवार को ही पाकिस्तान ने नाटो और अमेरिकी सैनिकों से निपटने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव किया है !

No comments:

Post a Comment

अगर आपको किसी खबर या कमेन्ट से शिकायत है तो हमको ज़रूर लिखें !

सेबी चेयरमैन माधवी बुच का काला कारनामा सबके सामने...

आम हिंदुस्तानी जो वाणिज्य और आर्थिक घोटालों की भाषा नहीं समझता उसके मन में सवाल उठता है कि सेबी चेयरमैन माधवी बुच ने क्या अपराध ...