पिछले कुछ वक्त से भारतीय पत्रकारिता और चोटी के कई पत्रकार नैतिकता की जांच के दायरे में आ गए हैं. नीरा राडिया टेप प्रकरण में एनडीटीवी की बरखा दत्त, हिंदुस्तान टाइम्स के स्तंभकार वीर संघवी समेत कई और बड़े पत्रकारों की भूमिका संदिग्ध दिख रही है. इनपर आरोप है कि इन्होंने लॉबिंग की. इस पूरे प्रकरण पर मीडिया पर नज़र रखने वाली अंग्रेजी की वेबसाईट ‘द हूट’ की संपादक और मीडिया आलोचक सेवंती नैनन क्या सोंचती है. सवाल – जवाब की शक्ल में पेश हैं उनके विचार. यह इंटरव्यू वाल स्ट्रीट जर्नल के सहयोगी साईट इंडिया रियल टाइम्स से लिया गया है . इसका हिंदी अनुवाद कर हम यहाँ पेश कर रहे हैं (यह इंटरव्यू 24 नवम्बर , 2010 को प्रकशित हुआ था) :
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