Saturday 4 February 2012


भारतीय पोस्ट पर चीनी कब्जा, देख रही है सेना!

नई दिल्ली। भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार अरुणाचल प्रदेश की तवांग जिले में मौजूद भारतीय पोस्ट पर चीन ने कब्जा कर रखा है लेकिन इसे वापस लेने के लिए हमला नहीं कर सकते क्योंकि खुद सेना ही ऐसा करने से रोक रही है। 
 
 
अधिकारी के अनुसार, 'हमारे हाथ बंधे हुए हैं। सेना का कहना है कि अगर हम इस पोस्ट के लिए हमला करते हैं तो चीन से संबंध और अधिक खराब हो जाएंगे। हम चाहकर भी हमला नहीं कर सकते।' 
 
गौरतलब है कि 1986 में चीन के साथ हुई झड़प के बाद चीन ने वांगडुंग पोस्ट पर कब्जा कर लिया था। तभी से यहां पर उसका कब्जा है। 
 
 
 चीन के साथ 'युद्ध' की तैयारी में है भारत!
 
चीन और भारत के बीच कभी भी युद्ध हो सकता है। दोनों की सीमा पर जंग की आशंका के मद्देनजर भारत अपनी सैन्य तैयारियों में जुटा हुआ है। अमेरिकी खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ऐसा दावा किया है। इससे पहले भारतीय सेना के पूर्व अधिकारियों ने भी इस बात की आशंका जाहिर की थी कि हिमालय के दर्रों में बर्फ पिघलने के बाद ड्रैगन अचानक ही छोटा और तीखा हमला कर सकता है। 
 
अमेरिका के नेशनल इंटेलीजेंस के निदेशक जेम्स क्लैपर के मुताबिक, 'सार्वजनिक तौर पर भले ही भारत और चीन के बीच तनाव की बात को दबाया जा रहा हो, लेकिन हमारा मानना है कि हिंद महासागर और एशिया प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक रुख से भारत की परेशानी बढ़ रही है।' 
 
क्लैपर ने सेनेट की खुफिया मामलों को देखने वाली समिति के सामने पेश होकर यह बात कही। क्लैपर ने कहा, 'भारतीय सेना को लगता है कि भारत और चीन के बीच बड़ी जंग नहीं होगी लेकिन भारतीय सेना विवादित सीमा से सटे इलाकों में हल्की जंग के लिए खुद को तैयार कर रही है।'
 
क्लैपर ने कहा, '2010 की तुलना में 2011 में चीन ने अपनी आक्रामकता थोड़ी कम की है। लेकिन उसके रवैये को हवा देने वाले कारक चीन के भीतर और बाहर अब भी मौजूद हैं। भले ही चीन ने पड़ोसियों और दुनिया के साथ शांतिपूर्ण रिश्ते बनाने की बात अपनी विदेश नीति में कही है, लेकिन अगर चीन को लगा कि उसकी सार्वभौमिकता या राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है तो वह कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगा।'
 
कुछ दिन पहले ही खुलासा हुआ था कि भारत के साथ सीमा विवाद को निपटाने के लिए 15 वें दौर की बातचीत के दौरान चीन ने अरुणाचल प्रदेश पर दावा पेश करते हुए इसके टुकड़े करने की बात कही थी। हालांकि, दोनों देशों ने सार्वजनिक तौर पर बातचीत को काफी अच्छा और भविष्य में बेहतर नतीजे देने वाला बताया था।
 
भारतीय रक्षा विशेषज्ञों की राय
 
भारतीय रक्षा विशेषज्ञ भी मानते हैं कि चीन भारत पर दो तरफ से हमला कर सकता है। एक तरफ तो चीन अरुणाचल प्रदेश से सटे तिब्बत की तरफ से हल्ला बोल सकता है, वहीं दूसरी ओर लेह लद्दाख के पास गिलगिट से भी 'ड्रैगन' भारत के खिलाफ जंग छेड़ सकता है। इन हमलों में पाकिस्तान चीन का साथ दे सकता है। 
  
रक्षा विशेषज्ञ चीन द्वारा हाल के कुछ महीनों में भारत के खिलाफ उठाए गए कदमों को बेहद गंभीर मानते हैं। हिमालय से लगी भारत की सीमा में चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों के घुसने, वियतनाम के पास समुद्र में भारतीय जहाज से विवाद, हिंद महासागर में चीन की बढ़ती पैठ,  श्रीलंका और बांग्लादेश में बंदरगाह बनाने में मदद, पाकिस्तान में चीनी सैनिकों और इंजीनियरों की तैनाती को गंभीरता से देखा जा रहा है। यह अलग बात है कि भारत सरकार इन घटनाओं को गंभीर नहीं मानती है। 

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