इस्लामाबाद. पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद स्थित इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी में सेक्स स्कैंडल का खुलासा हुआ है। हाल के महीनों में यहां के कई टीचर्स और स्टाफ पर फीमेल स्टूडेंट्स या जूनियर्स का यौन शोषण करने के आरोप सामने आए हैं। स्थानीय अखबार ‘द डॉन’ के मुताबिक यूनिवर्सिटी के टीचर छात्राओं को परीक्षा में बढिया अंक देने का लालच देकर सेक्स के लिए मजबूर करते हैं।
इस मशहूर यूनिवर्सिटी से जुड़े कई लोगों ने ऐसी करतूतों की बात कबूल की लेकिन ‘ऑन रिकार्ड’ बोलने के लिए कोई तैयार नहीं हुआ। यूनिवर्सिटी के एक्टिंग प्रेसिडेंट साहबजाना सजीदुर रहमान ने हालांकि यह कबूल किया कि हाल में एक प्रोफेसर और लाइब्रेरियन ने रेप का आरोप लगने पर यूनिवर्सिटी की नौकरी छोड़ दी थी।
‘डॉन’ ने प्रेसिडेंट के हवाले से कहा है, ‘हमने इन आरोपों की जांच के लिए पुलिस से संपर्क नहीं किया क्योंकि इससे यूनिवर्सिटी की इमेज खराब होती और यहां पढ़ने वाली 9500 छात्राओं के पैरेंट्स परेशान हो जाते सूत्रों ने बताया कि इकोनॉमिक्स डिपार्टमेंट के प्रोफेसर ने अपने क्लास की लड़कियों को सेक्स के बदले में ‘अच्छे नंबर’ देने का लालच दिया।
इस मशहूर यूनिवर्सिटी से जुड़े कई लोगों ने ऐसी करतूतों की बात कबूल की लेकिन ‘ऑन रिकार्ड’ बोलने के लिए कोई तैयार नहीं हुआ। यूनिवर्सिटी के एक्टिंग प्रेसिडेंट साहबजाना सजीदुर रहमान ने हालांकि यह कबूल किया कि हाल में एक प्रोफेसर और लाइब्रेरियन ने रेप का आरोप लगने पर यूनिवर्सिटी की नौकरी छोड़ दी थी।
‘डॉन’ ने प्रेसिडेंट के हवाले से कहा है, ‘हमने इन आरोपों की जांच के लिए पुलिस से संपर्क नहीं किया क्योंकि इससे यूनिवर्सिटी की इमेज खराब होती और यहां पढ़ने वाली 9500 छात्राओं के पैरेंट्स परेशान हो जाते सूत्रों ने बताया कि इकोनॉमिक्स डिपार्टमेंट के प्रोफेसर ने अपने क्लास की लड़कियों को सेक्स के बदले में ‘अच्छे नंबर’ देने का लालच दिया।
उसने सेक्स के लिए राजी नहीं होने पर एक्जाम में फेल कर देने की भी धमकी दी थी यूनिवर्सिटी स्टाफ वेलफेयर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट चौधरी मोहम्मद नजीर ने कहा, ‘आपको जितना कुछ भी पता है, हालात उससे कहीं ज्यादा खराब हैं।
सूत्रों के मुताबिक प्रोफेसर की करतूतों का उस समय अंत हुआ जब बीते 20 जनवरी को उसने अपना आखिरी ‘शिकार’ बनाया। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पीडित छात्रा से आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने को कहा जिससे उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा सके। हालांकि लड़की के पैरेंट्स ने ऐसा करने से इनकार कर दिया।
हालांकि स्टूडेंट यूनियन ने इस मसले को उठाया और यूनवर्सिटी प्रशासन को सबूत के साथ जगजाहिर करने की धमकी दी। इसी तरह के सबूत इंटरनेट पर जारी होने के बाद यूनिवर्सिटी के लाइब्रेरियन को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया।
सूत्रों के मुताबिक प्रोफेसर की करतूतों का उस समय अंत हुआ जब बीते 20 जनवरी को उसने अपना आखिरी ‘शिकार’ बनाया। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पीडित छात्रा से आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने को कहा जिससे उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा सके। हालांकि लड़की के पैरेंट्स ने ऐसा करने से इनकार कर दिया।
हालांकि स्टूडेंट यूनियन ने इस मसले को उठाया और यूनवर्सिटी प्रशासन को सबूत के साथ जगजाहिर करने की धमकी दी। इसी तरह के सबूत इंटरनेट पर जारी होने के बाद यूनिवर्सिटी के लाइब्रेरियन को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया।
nice report nakul bhardwaj reporter in vskawaz
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