Thursday, 16 February 2012


परमाणु का मतलब सिर्फ बम नहीं होताः ईरान


तेहरान. दुनिया के कुछ देशों में आतंकवादी घटनाओं की साजिश रचने के लग रहे आरोपों के बीच ईरान ने दुनिया के सामने अपनी परमाणु ताकत की नुमाइश की। ईरान ने बुधवार को अपने परमाणु कार्यक्रम की उपलब्धियों का प्रदर्शन किया तो दूसरी तरफ यूरोपियन यूनियन के छह देशों को तेल सप्‍लाई रोकने का भी ऐलान कर दिया। हालांकि समाचार एजेंसी रॉयटर ने ईरान के तेल मंत्रालय के हवाले से कहा है कि यूरोप के देशों को तेल रोकने का फैसला अभी नहीं हुआ है। 

 राष्‍ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने राष्‍ट्र के नाम संबोधन में अमेरिका सहित पश्चिमी देशों को चुनौती भी दी। उन्‍होंने अमेरिका और पश्चिमी देशों को 'घमंडी ताकतें' हैं और उन्‍हें सबक सिखाना होगा ।  अपने संबोधन में राष्ट्रपति अहमदीनेजाद ने कहा कि परमाणु का मतलब सिर्फ बम ही नहीं होता। ईरान अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए परमाणु कार्यक्रम पर आगे बढ़ रहा है और उसे अब रोका नहीं जा सकता। अहमदीनेजाद ने कहा कि हमने आईएईए (अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा संगठन) से मदद मांगी थी लेकिन उसने मदद नहीं की तो हमने खुद ही परमाणु ईधन विकसित कर लिया। ज्ञान और विज्ञान पर किसी एक देश का एकाधिकार नहीं हो सकता। ईरान आगे बढ़ रहा है और घमंडी ताकतें उसे अब नहीं रोक सकती।
 ईरान के खिलाफ दुष्प्रचार हो रहा है लेकिन उससे अब कुछ नहीं होगा। अमेरिका अब ताकतवर नहीं है, दुनिया अब बदल रही है, घमंडी ताकतों का एकाधिकार अब नहीं चलेगा। ईरान में देश में ही बने परमाणु ईंधन रॉड्स को एक शोध रिएक्टर में लोड किया गया। स्थानीय मीडिया इसे ईरान की बड़ी कामयाबी के रूप में देख रहा है। वहीं अमेरिका सहित पश्चिमी देशों में इसे लेकर तनाव के हालात पैदा हो रहे हैं।
इरानियन स्टूडेंट्स न्यूज एजेंसी ने बुधवार को ईरान की परमाणु ऊर्जा वेबसाइट का हवाला देते हुए खबर दी कि बुधवार को परमाणु ईधन की रॉड को सफलता पूर्वक रिएक्टर में डाल दिया गया। यह ईरान के लिए एक ऐसी कामयाबी है जिससे पश्चिम की चिंता बढ़नी तय है। ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के डिप्टी चीफ अल बघेरी ने मंगलवार को एक रूसी समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा था कि पश्चिमी देश हमारी मदद करने के लिए राजी नहीं थे इसलिए हमने खुद ही परमाणु ईधन विकसित करना शुरु किया। ईरान के परमाणु विशेषज्ञों ने अब परमाणु ईधन विकसित कर लिया है।
जो परमाणु ईंधन रॉड रिएक्टर में डाली जा रही हैं वो ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों द्वारा विकसित की गई पहली परमाणु ईंधन रॉड हैं। पिछले महीने ही तेहरान ने घोषणा की थी कि उसने परमाणु ईंधन बनाने और उसका परीक्षण करने में सफलता हासिल कर ली है। अब ईरान के स्वतंत्र रूप से परमाणु ईधन विकसित करने के बाद यह आशंका और बढ़ गई है कि ईरान बिना विदेशी मदद के कहीं हथियार भी न हासिल कर ले। इसके साथ ही ईरान ने नीदरलैंड्स, स्पेन, पुर्तगाल, फ़्रांस, ग्रीस और इटली को तेल का निर्यात रोकने की घोषणा की है।
इजराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि भारत और जॉर्जिया के इजराइली उच्चायोग पर हमले से ईरान की आतंकवादी हरकतें जगजाहिर हो गई हैं। बैंकॉक में भी हुए धमाकों में ईरान का हाथ बताया जा रहा है। हालांकि ईरान ने इन आरोपों को खारिज किया है।
सहमा अमेरिका
ईरान की इस ताजा उपलब्धि से पश्चिमों देशों का डर और बढ़ गया है। ईरान के इस कदम से बौखलाए ओबामा प्रशासन ने अनुरोध किया है कि सभी देश ईरान से नाता तोड़ लें और उसे अलग-थलग कर दें। इजराइल, अमेरिका और यूरोपीय देश नहीं चाहते कि ईरान परमाणु हथियार हासिल करे। दिसंबर 2011 में अमेरिका और कई अन्य देशों ने ईरान के खिलाफ प्रतिबंधों को और कड़ा करने की घोषणा की थी। अहमदीनेजाद ने हाल में 1979 की क्रांति की याद में हुए एक समारोह में कहा था कि जल्द ही ईरान दुनिया को कुछ बड़ा करके दिखाएगा।
हालांकि ईरान लगातार यह कहता रहा है कि उसके परमाणु कार्यक्रम के उद्देश्य शांतिपूर्ण हैं लेकिन अमेरीका और यूरोपीय देश लगातार ईरान पर अपने परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए दवाब बनाते रहे हैं। साल 2008 में ईरान की अर्धसरकारी न्यूज एजेंसी फार्स ने कहा था कि ईरान ने न्यूकलर फ्यूल साइकिल को पूरा करने के लिए जरूरी तमाम तकनीक विकसित कर ली है। बीते नवंबर में संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि ईरान ने परमाणु हथियार बनाने की दिशा में काम किया है और ऐसी जानकारी है कि परमाणु बम बनाने के लिए कुछ परीक्षण भी किए गए। ईरान ने इस रिपोर्ट को पूरी तरह निराधार बताया था

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