इस कहानी को मिसाल के तौर पर पेश किया गया है अगर अब भी समझ ना आये तो हम कुछ नहीं कह सकते...?
चरवाहे ने अपनी भेड़ों को उनके बाड़े में पहुँचा दिया और सारे दरवाज़े बंद कर दिए।
जब भूखे भेड़िए आए तो उन्हें दरवाज़े
आम हिंदुस्तानी जो वाणिज्य और आर्थिक घोटालों की भाषा नहीं समझता उसके मन में सवाल उठता है कि सेबी चेयरमैन माधवी बुच ने क्या अपराध ...